Lucknow News : महाकुंभ के लिए 220 नये वाहनों की खरीद को मिली हरी झंडी, 27.48 करोड़ का बजट स्वीकृत

UPT | Mahakumbh 2025

Nov 22, 2024 22:47

प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होने वाले महाकुंभ 2025 को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई कैबिनेट बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। महाकुंभ को वैश्विक मंच पर भव्यता से प्रस्तुत करने और भारतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार करने के लिए देश-विदेश में भव्य रोड शो आयोजित किए जाएंगे।

Lucknow News : प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होने वाले महाकुंभ 2025 को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई कैबिनेट बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। महाकुंभ को वैश्विक मंच पर भव्यता से प्रस्तुत करने और भारतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार करने के लिए देश-विदेश में भव्य रोड शो आयोजित किए जाएंगे। आयोजन की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाने के लिए 220 वाहनों की खरीद का भी फैसला लिया गया है।

रोड शो का खर्च वहन करेगा नगर विकास विभाग 
कैबिनेट मंत्री ए. के. शर्मा ने बैठक में बताया कि महाकुंभ 2025 के लिए देश के बड़े शहरों और विदेशों में रोड शो आयोजित किए जाएंगे। इनमें नई दिल्ली, मुंबई, पुणे, जयपुर, हैदराबाद, चेन्नई, कोलकाता, और बेंगलुरु जैसे प्रमुख भारतीय शहर शामिल हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नेपाल, थाईलैंड, इंडोनेशिया और मॉरीशस सहित अन्य देशों में भी ऐसे आयोजन होंगे। नगर विकास विभाग इन रोड शो का खर्च वहन करेगा, जो प्रति आयोजन 20-25 लाख रुपये के बीच अनुमानित है। इन कार्यक्रमों में फिक्की और सीआईआई जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों को सहयोगी बनाया जाएगा।



220 नए वाहन खरीदने की मंजूरी
महाकुंभ के सुचारू आयोजन के लिए कैबिनेट ने 220 नए वाहनों की खरीद को मंजूरी दी है। इनमें 40 महिंद्रा बोलेरो नियो, 160 बोलेरो बी6 बीएसवीआई, और 20 बसें शामिल हैं। इस योजना के तहत 27.48 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है।

भव्यता के लिए मिशन मोड पर सरकार
महाकुंभ सनातन धर्म का सबसे बड़ा पर्व है, जिसे योगी सरकार ऐतिहासिक और भव्य बनाने के लिए मिशन मोड पर काम कर रही है। प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के आयोजन से पहले व्यवस्थाओं और तैयारियों को लेकर यह बैठक बेहद अहम मानी जा रही है। महाकुंभ 2025 के जरिए उत्तर प्रदेश सरकार न केवल भारत की संस्कृति का वैश्विक स्तर पर प्रचार करेगी, बल्कि इसे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के अवसर के रूप में भी देख रही है।

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