गोमतीनगर में पूर्व एमएलसी के प्लॉट पर कब्जा : सपा के पूर्व मंत्री के बेटे सहित अन्य पर एफआईआर दर्ज

UPT | Gomtinagar police Station

Nov 05, 2024 12:08

ललित पाल के अनुसार, उनके माता-पिता के निधन के बाद वर्ष 2005 में यह प्लॉट उनके नाम पर स्थानांतरित हो गया। उन्होंने बताया कि प्लॉट की बाउंड्रीवॉल बनवाने के बाद वे प्रतापगढ़ लौट गए थे। इस बीच पारिवारिक विवाद के कारण भाइयों के बीच कोर्ट में मुकदमा चलने लगा, जिससे किसी का ध्यान प्लॉट की देखरेख पर नहीं गया।

Lucknow News : गोमतीनगर इलाके में विधायक आवास समिति के निर्देशानुसार आवंटित पूर्व एमएलसी बैजनाथ पाल के प्लॉट पर कब्जे का मामला सामने आया है। बैजनाथ के बेटे ललित कुमार पाल ने आरोप लगाया है कि इस प्लॉट पर सपा के पूर्व मंत्री राजाराम पांडेय के बेटे संजय पांडेय समेत चार लोगों ने जबरन कब्जा कर लिया। इस मामले में ललित ने गोमतीनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।

मुकदमा दर्ज, जांच जारी
गोमतीनगर थाने के इंस्पेक्टर राजेश त्रिपाठी के अनुसार, मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। सभी तथ्यों की जांच की जा रही है, जिनके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। ललित पाल का कहना है कि वह प्रतापगढ़ के जेठवारा के रहने वाले हैं और उनके पिता बैजनाथ पाल को वर्ष 1987 में विधायक आवास समिति के निर्देश पर लखनऊ विकास प्राधिकरण ने यह प्लॉट आवंटित किया था।



वरासत के बाद विवाद की शुरुआत
ललित पाल के अनुसार, उनके माता-पिता के निधन के बाद वर्ष 2005 में यह प्लॉट उनके नाम पर स्थानांतरित हो गया। उन्होंने बताया कि प्लॉट की बाउंड्रीवॉल बनवाने के बाद वे प्रतापगढ़ लौट गए थे। इस बीच पारिवारिक विवाद के कारण भाइयों के बीच कोर्ट में मुकदमा चलने लगा, जिससे किसी का ध्यान प्लॉट की देखरेख पर नहीं गया।

वापसी पर प्लॉट पर अवैध कब्जे का सामना
ललित ने आरोप लगाया कि 30 जुलाई 2014 को जब वे लौटे, तो उन्होंने पाया कि प्लॉट की बाउंड्रीवॉल का गेट टूटा हुआ था और वहां लालाराम यादव, मैकूलाल यादव, अनुराग यादव ने संजय पांडेय के इशारे पर कब्जा कर रखा था। जब ललित ने इसका विरोध किया, तो उन पर हमला भी किया गया और जबरन एक सादे कागज पर हस्ताक्षर करवाने की कोशिश की गई।

कोर्ट में अर्जी के बाद सुनवाई
ललित का दावा है कि पुलिस ने शुरू में उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके बाद उन्होंने कोर्ट का रुख किया। उन्होंने बताया कि संजय पांडेय ने उनके भाई से प्लॉट खरीदने का दावा किया था और इस संबंध में अनुबंध पत्र भी प्रस्तुत किया।

दोनों पक्षों में विवाद के साथ भाइयों में भी रजामंदी नहीं 
गोमतीनगर थाने के इंस्पेक्टर के अनुसार, इस मामले में दोनों पक्षों के बीच विवाद है, जिसमें ललित का अपने भाइयों के साथ भी कानूनी विवाद शामिल है। कोर्ट के आदेश पर संजय पांडेय और उनके तीन साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच जारी है।

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