संपूर्णानंद स्टेडियम का नाम बदलने पर विरोध : कांग्रेस नेताओं ने जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन, विरासत का बताया अपमान

UPT | ज्ञापन सौंपते हुए कांग्रेस कार्यकर्ता

Oct 22, 2024 20:11

बनारस में डॉ. संपूर्णानंद स्टेडियम का नाम बदले जाने से नाराज कांग्रेसियों ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिला अधिकारी को सौंपा। यह मामला बनारस स्थित डॉक्टर संपूर्णानंद स्टेडियम का है

Raebareli News : बनारस में डॉ. संपूर्णानंद स्टेडियम का नाम बदले जाने से नाराज कांग्रेसियों ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिला अधिकारी को सौंपा। यह मामला बनारस स्थित डॉक्टर संपूर्णानंद स्टेडियम का है, जहां प्रधानमंत्री द्वारा बनारस के पुराने प्रतिष्ठित स्टेडियम के आधुनिक निर्माण का उद्घाटन किया गया। इस दौरान स्टेडियम का नाम बदलकर बनारस स्पोर्ट्स अकादमी रख दिया गया।

नैतिक मूल्यों का बताया अपमान
कांग्रेसियों का आरोप है कि यह परिवर्तन डॉ. संपूर्णानंद की गौरवशाली विरासत का अपमान है। उनका कहना है कि केंद्र सरकार के इस निर्णय से काशी वासियों और पूरे देश के लोग आहत हैं। डॉ. संपूर्णानंद जैसे राजनेता का नाम किसी प्रतिष्ठान से हटा देना काशी की आचार्य परंपरा और सत्य, त्याग और नैतिक मूल्यों का अपमान है। इस कारण कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और ज्ञापन सौंपा।

उद्घाटन के बाद बदला नाम
शहर कांग्रेस कमेटी के नगर अध्यक्ष धीरज श्रीवास्तव ने कहा कि बनारस में हमारे महान नेता और स्वतंत्रता सेनानी डॉ. संपूर्णानंद के नाम से स्टेडियम था। स्टेडियम के नवीनीकरण के नाम पर प्रधानमंत्री ने उद्घाटन के बाद उसका नाम बदलकर बनारस स्पोर्ट्स अकादमी कर दिया। ऐसे महान नेता, जिनका भारतीय राजनीति और आजादी की लड़ाई में बड़ा योगदान रहा, का नाम बदलना उचित नहीं है।

कांग्रेसियों ने जताया विरोध
उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार का यह रवैया है कि जिन्होंने समाज में और देश के प्रति योगदान दिया, उनके नामों को बदला जा रहा है। उदाहरण के लिए, गुजरात में सरदार वल्लभभाई पटेल के नाम से स्टेडियम था, जिसका नाम बदलकर नरेंद्र मोदी के नाम पर कर दिया गया। ऐसे महान नेताओं की निशानियां और उनके कार्यों को भाजपा समाप्त करने की साजिश कर रही है। इस घटना से पूरा देश और बनारस के लोग दुखी हैं। हम सभी शहर कांग्रेस के लोग इसका पुरजोर विरोध कर रहे हैं और मांग करते हैं कि स्टेडियम का नाम फिर से डॉ. संपूर्णानंद के नाम पर रखा जाए, नहीं तो हम बड़ा आंदोलन चलाएंगे।

Also Read