राजीव त्यागी पर आरोप है कि उन्होंने फर्जी दस्तावेजों के जरिए यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से 22.20 करोड़ रुपये का लोन लिया। ईडी ने बताया कि त्यागी की कंपनी ने बैंक को कई संपत्तियां बंधक रखकर लोन हासिल किया था। जांच में सामने आया कि ये संपत्तियां पहले से ही अन्य बैंकों के पास बंधक थीं।