बिजली बिल से परेशान युवक ने की आत्महत्या : परिजनों ने विभाग पर लगाए आरोप, कहा- अधिकारियों ने नहीं सुना

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Oct 10, 2024 14:23

उत्तर प्रदेश के उन्नाव में बिजली बिल के बढ़ते बोझ ने एक युवक की जान ले ली। अचलगंज थाना क्षेत्र के कुशलपुर वसैना गांव निवासी शुभम राजपूत (24) ने अपने छोटे से घर का भारी-भरकम बिल...

Unnao News : उत्तर प्रदेश के उन्नाव में बिजली बिल के बढ़ते बोझ ने एक युवक की जान ले ली। अचलगंज थाना क्षेत्र के कुशलपुर वसैना गांव निवासी शुभम राजपूत (24) ने अपने छोटे से घर का भारी-भरकम बिल चुकाने में असमर्थता के कारण फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शुभम के पिता महादेव राजपूत ने बिजली विभाग की लापरवाही को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं।


बढ़ते बिजली बिल से परेशान
शुभम मेहनत-मजदूरी करके अपने परिवार का पालन-पोषण करता था। वह लगातार बढ़ते बिजली बिलों से बेहद परेशान था। पिछले महीने उसके छोटे से घर का बिजली बिल अचानक एक लाख से अधिक आ गया। इस भारी-भरकम बिल को देख परिवार के लोग हैरान रह गए क्योंकि घर में मात्र दो बल्ब, एक पंखा और एक टीवी के अलावा कोई अन्य बिजली उपकरण नहीं था। बिल के इतने ज्यादा आने पर शुभम ने बिजली विभाग के दफ्तर के चक्कर लगाए। कई शिकायतों के बाद आखिरकार बिल में संशोधन हुआ और इसे 16,377 रुपये कर दिया गया। जिसे शुभम ने बड़ी मुश्किल से 14 सितंबर को जमा भी कर दिया। लेकिन समस्या खत्म नहीं हुई। अक्टूबर के पहले सप्ताह में उसे फिर से 8,223 रुपये का बिल भेजा गया। इससे शुभम का मानसिक तनाव और बढ़ गया और उसने 7 अक्टूबर को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

शिकायतों पर भी नहीं हुई सुनवाई- परिजन
शुभम के पिता महादेव का कहना है कि बार-बार बिजली का बिल बढ़ाकर भेजे जाने के कारण उनका बेटा मानसिक तनाव से गुजर रहा था। उनकी शिकायतों पर भी कोई सुनवाई नहीं हुई। जिसके कारण मजबूर होकर उसने यह घातक कदम उठाया। महादेव ने बिजली विभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके बेटे की मौत के लिए वे सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। उन्होंने यह भी बताया कि शुभम ने 2022 में केवल 600 रुपये जमा कर बिजली का कनेक्शन लिया था और बिजली के उपकरण भी सीमित ही थे। फिर भी एक लाख का बिल आने पर उन्हें गहरा सदमा लगा।

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पुलिस एवं प्रशासन की कार्यवाही
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों में इस घटना के बाद से कोहराम मचा हुआ है। पुलिस और बिजली विभाग के अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू कर दी है। बिजली विभाग ने बिल में आई तकनीकी खामी को समस्या का कारण बताया है। अधिकारियों का कहना है कि 8,223 रुपये का बिल वास्तव में सिर्फ 150 रुपये का ही होना था और यह एक तकनीकी त्रुटि के कारण ज्यादा दिख रहा था। 

बिजली विभाग के अधिकारी ने बताया...
मध्यांचल विद्युत विभाग के मुख्य अभियंता रामप्रीत प्रसाद ने बताया कि पहले जो एक लाख रुपये का बिल भेजा गया था। उसे ठीक कर 16 हजार कर दिया गया था और यह राशि जमा भी हो गई थी। इसके बाद अक्टूबर में जो बिल भेजा गया था। उसे भी सही कर दिया गया था और परिवार को सूचित भी कर दिया गया था। उन्होंने बताया कि विभाग में बिल संशोधन की सुविधा हमेशा रहती है और अधिक बिल आने का कारण तकनीकी गड़बड़ी थी, न कि कोई जानबूझकर की गई गलती। विभाग ने यह भी कहा कि शुभम की आत्महत्या का कारण केवल बिजली का बिल नहीं बल्कि पारिवारिक समस्याएं भी हो सकती हैं। इस घटना पर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने संज्ञान लिया है और मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने बिजली विभाग को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों और उपभोक्ताओं को इस प्रकार की समस्याओं का सामना न करना पड़े।

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