डिजिटल अरेस्ट गिरोह का सरगना चीन का शातिर : एसटीएफ की पूछताछ में दो नेपाली बदमाशों ने उगले अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के राज

UPT | एसटीएफ ने डिटिजल अरेस्ट गिरोह का किया खुलासा, दो नेपाली गिरफ्तार

Oct 26, 2024 11:45

एसटीएफ के डिप्टी एसपी दीपक सिंह ने बताया कि इस गिरोह के पीछे चाइनीज बेन का हाथ है, जो नेपाल के कुछ गैंगस्टर के साथ मिलकर काम कर रहा है। एसटीएफ ने इस गिरोह के नेपाल कनेक्शन का भी पता लगाया है और इसके लिए कई जांच टीमें सक्रिय रूप से काम कर रही हैं।

Lucknow News : यूपी में डिजिटल ठगी के मामलों में पिछले कुछ समय से तेजी से इजाफा हुआ है। पुलिस के स्तर पर लगातार लोगों को जागरूक किया जा रहा है। किसी भी डिजिटल अरेस्टिंग पर सतर्कता बरतने से लेकर कॉल आदि आने पर पुलिस से संपर्क करने की अपील की जा रही है, फिर भी साइबर अपराधी नए नए तरीके से लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। लाखों-करोड़ों की ठगी के सामने आए मामलों के बीच एसटीएफ को बड़ी सफलता हाथ लगी है। एसटीएफ ने डिजिटल ठगी के एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह का संचालन नेपाल और पटियाला जेल में बंद गैंगस्टर के साथ मिलकर चाइनीज नागरिक बेन कर रहा है।

गिरफ्तारी से खुला गिरोह का राज
एसटीएफ ने नेपाल के सरोज खनाल और शिवराम रिमाल को गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान इन दोनों ने इस गिरोह के अन्य प्रमुख सदस्यों और उनके काम करने के तरीकों का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि चाइनीज बेन, नेपाल का गैंगस्टर मिलन और पटियाला जेल में बंद जुगनू वालिया मिलकर डिजिटल ठगी का यह गिरोह चला रहे हैं।



गैंग के आपसी संबंधों की सामने आई फोटो 
सरोज और शिवराम ने एसटीएफ को काठमांडू में कुछ साल पहले ली गई एक तस्वीर मुहैया कराई है, जिसमें गैंगस्टर मिलन और जुगनू वालिया अपने गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ बैठक करते दिख रहे हैं। एसटीएफ के अधिकारियों ने बताया कि इस तस्वीर ने गिरोह के काम करने के तरीके और उनकी योजनाओं का अंदाजा लगाने में मदद की है। सरोज और शिवराम ने बताया कि गिरोह के सदस्यों के बीच आपसी समझौता है, जिससे वे एक-दूसरे का समर्थन करते हैं।

मिलन की कंस्ट्रक्शन बिजनेस में भागीदारी
एसटीएफ की पूछताछ में सामने आया है कि मिलन नेपाल में कंस्ट्रक्शन का बड़ा काम करता है, जिसमें रुपये चाइनीज बेन और जुगनू वालिया का लगता है। पिछले साल बेन ने नेपाल का दौरा किया था, जहां उसने मिलन से डिजिटल ठगी के तौर-तरीकों पर चर्चा की थी। इसके बाद ही डिजिटल अरेस्ट की इस अनोखी ठगी की शुरुआत हुई, जिसमें लोगों को डिजिटल तरीके से फंसाकर उनसे पैसे वसूलने की योजना बनाई गई।

एसटीएफ की जांच का दायरा बढ़ा
एसटीएफ के डिप्टी एसपी दीपक सिंह ने बताया कि इस गिरोह के पीछे चाइनीज बेन का हाथ है, जो नेपाल के कुछ गैंगस्टर के साथ मिलकर काम कर रहा है। एसटीएफ ने इस गिरोह के नेपाल कनेक्शन का भी पता लगाया है और इसके लिए कई जांच टीमें सक्रिय रूप से काम कर रही हैं। गैंगस्टर मिलन के नेपाल में कंस्ट्रक्शन के काम और उसके चाइनीज बेन के साथ संबंधों की विस्तृत जांच की जा रही है।

डिजिटल ठगी गिरोह का अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क
इस पूरे मामले ने अंतरराष्ट्रीय ठगी नेटवर्क के एक नए आयाम को उजागर किया है। डिजिटल ठगी का यह गिरोह नेपाल, भारत और चीन के शातिरों के आपसी सहयोग से काम कर रहा है। एसटीएफ की कई टीमें इस गिरोह के काम करने के तरीके, नेटवर्क और इसमें शामिल अन्य लोगों की पहचान कर रही हैं।
 

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