Vasant Panchami 2025 : शिक्षक संगठनों ने की वसंत पंचमी के अवकाश की तारीख बदलने की मांग, जानें वजह

UPT | वसंत पंचमी

Jan 27, 2025 10:55

विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखकर महाकुंभ 2024 में परिवार सहित स्नान और धार्मिक अनुष्ठान करने के लिए प्रदेश के कर्मचारियों और शिक्षकों को तीन दिन का सार्वजनिक अवकाश देने की मांग की है।

Lucknow News : प्रदेश के शिक्षक संगठनों ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक को पत्र भेजकर वसंत पंचमी के अवकाश की तारीख में संशोधन की मांग की है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष चेत नारायण सिंह ने बताया कि अवकाश तालिका के अनुसार वसंत पंचमी स्नान 2 फरवरी को तय है। लेकिन, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह पर्व 3 फरवरी को मनाया जाएगा। इस कारण संघ ने 3 फरवरी को अवकाश घोषित करने की मांग की है। साथ ही, उन्होंने 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर भी अवकाश घोषित करने का आग्रह किया है।

महाकुंभ में तीन दिन का सार्वजनिक अवकाश की अपील
विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखकर महाकुंभ 2024 में परिवार सहित स्नान और धार्मिक अनुष्ठान करने के लिए प्रदेश के कर्मचारियों और शिक्षकों को तीन दिन का सार्वजनिक अवकाश देने की मांग की है। एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष संतोष तिवारी ने कहा कि 144 साल बाद पड़ रहे इस महाकुंभ में शामिल होना जीवन का अनमोल अवसर है, जो आगे कई पीढ़ियों के लिए संभव नहीं होगा। उन्होंने मौनी अमावस्या, वसंत पंचमी और माघी पूर्णिमा के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की अपील की है, ताकि प्रदेश के लोग इस ऐतिहासिक स्नान पर्व का लाभ उठा सकें।

प्रयागराज महाकुंभ : ऑनलाइन शिक्षा के निर्देश
महाकुंभ के दौरान प्रयागराज और वाराणसी में बढ़ते यातायात दबाव को देखते हुए कक्षा 1 से 12वीं तक की पढ़ाई को 5 फरवरी तक ऑनलाइन करने के आदेश जारी किए गए हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक ने यह निर्देश जिलाधिकारी के आदेशानुसार दिया है। स्कूल बंद रहने के बावजूद, प्रयोगात्मक परीक्षाएं पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आयोजित की जाएंगी। यह कदम महाकुंभ के दौरान यातायात को सुगम बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है।

हिंदू मान्यताओं के अनुसार महाकुंभ का महत्व
शिक्षक संगठनों ने इस अवसर को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह कुंभ पर्व 144 सालों बाद पड़ रहा है, जिसे अनुभव करना हर पीढ़ी के लिए संभव नहीं होगा। इसलिए उन्होंने सभी नागरिकों को इस महापर्व में शामिल होने का अवसर देने के लिए विशेष अवकाश की मांग की है।

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