नोटिस के साथ ही 21 दिन में आपत्तियां आमंत्रित की गई हैं। आपत्तियां निस्तारण के बाद जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया....
Short Highlights
मेरठ के जागृति विहार एक्सटेंशन योजना का होगा विस्तार
आसपास के गांव के 1000 किसानों से मांगी 21 दिन में आपत्तियां
2008 में शुरू हुई प्रक्रिया में होना था 266 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण
Meerut News : उप्र आवास विकास परिषद की मेरठ में जागृति विहार एक्सटेंशन योजना के विस्तार की प्रक्रिया फिर से शुरू हो गई है। अब इस चरण में छह गांवों की 75 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण आवास विकास परिषद द्वारा किया जाएगा। जमीन अधिग्रहण के लिए एक हजार जमीन मालिक किसानों को नोटिस भेजे हैं। नोटिस के साथ ही 21 दिन में आपत्तियां आमंत्रित की गई हैं। आपत्तियां निस्तारण के बाद जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया तेजी से पूरी की जाएगी।
छह गांव के किसानों ने जमीन देने से किया था इंकार
आवास विकास परिषद ने जागृति विहार एक्सटेंशन योजना को बसाने के लिए 2008 में प्रक्रिया शुरू की थी। उस दौरान संबंधित गांवों की 266 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण करने की योजना थी। आवास विकास ने जमीन मालिक किसानों से अधिग्रहण को लेकर करार किया था। अधिकांश किसानों ने अपनी जमीन देने के लिए सहमति जताई थी। लेकिन छह गांवों के किसानों ने जमीन देने से मना कर दिया था। जिसके चलते मात्र 191 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण हो सका था। अधिग्रहीत भूमि के अधिकांश हिस्से को आवास विकास द्वारा विकसित किया जा चुका है। अब शासन के निर्देश पर योजना विकसित करने के लिए बची हुई 75 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण की प्रक्रिया फिर से शुरू की गई है। जमीन मालिक करीब एक हजार किसानों को एडीएम एलए कार्यालय के माध्यम से नोटिस भेजा गया है।
जरूरी रूप से होना है अधिग्रहण
जागृति विहार एक्सटेंशन योजना के विस्तार के लिए पहले चरण में किसानों की सहमति से जमीन का अधिग्रहण होना है। अब शासन के निर्देश पर अनिवार्य रूप से बाकी बची जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। किसानों को अपना पक्ष आपत्ति के रूप में रखने के लिए 21 दिन का समय दिया है।
सबसे अधिक घोसीपुर की जमीन का अधिग्रहण किया जाना है कि इसके अलावा और जिन गांवों में जमीन का अधिग्रहण किया जाना है उनमें कमालपुर, गेसूपुर दतावली, कस्बा मेरठ, सराय काजी, काजीपुर गांव की जमीन ली जाएगी। इन गांवों में सबसे अधिक घोसीपुर गांव में 38 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होना है।