यूपी एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई : छत्तीसगढ़ आबकारी घोटाले का एक आरोपी ग्रेटर नोएडा से गिरफ्तार, डुप्लीकेट होलोग्राम सप्लाई करने का आरोप

UPT | प्रतीकात्मक फोटो

May 02, 2024 22:22

छत्तीसगढ़ आबकारी घोटाले में फर्जी होलोग्राम की सप्लाई करने के आरोपी को नोएडा एसटीएफ ने गुरूवार को ग्रेटर नोएडा से गिरफ्तार कर लिया है

Greater Noida News : छत्तीसगढ़ आबकारी घोटाले में फर्जी होलोग्राम की सप्लाई करने वाले आरोपी को नोएडा एसटीएफ ने गुरूवार को ग्रेटर नोएडा से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय, रायपुर छत्तीसगढ के उपनिदेशक हेमन्त द्वारा जुलाई 2023 में छत्तीसगढ आबकारी घोटाले के मामले में ग्रेटर नोएडा के कासाना थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत दर्ज मुकदमा दर्ज कराया गया था। 

इन लोगों के खिलाफ हुई थी रिपोर्ट दर्ज
एसटीएफ के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय, रायपुर छत्तीसगढ के उपनिदेशक हेमन्त द्वारा जुलाई 2023 में छत्तीसगढ आबकारी घोटाले के मामले में तत्कालीन आबकारी आबकारी आयुक्त छत्तीसगढ, एमडी, सीएसएमसीएल और विशेष सचिव आबकारी, छत्तीसगढ के तत्कालीन सचिव इण्डस्ट्रीज छत्तीसगढ और पीएचएसएफ प्राईवेट लिमिटेड नोएडा के डायरेक्टर विधू गुप्ता सहित पांच के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इस मामले की जांच अपर पुलिस महानिदेशक एसटीएफ के निर्देश पर पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ अवनीश्वर चन्द्र श्रीवास्तव और अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ सत्यसेन यादव द्वारा की जा रही है। इस मामले में गुरूवार को एसटीएफ टीम ने आरोपी बृन्दा सिटी ग्रेटर नोएडा निवासी विधू गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है।

डुप्लीकेट होलोग्राम सप्लाई करने का आरोप
एसटीएफ के अनुसार, जांच के दौरान सामने आया कि छत्तीसगढ राज्य में शराब माफिया और  सरकार के कुछ उच्च पदस्थ अधिकारियों की मिलीभगत से राज्य द्वारा नियंत्रित शराब की दुकानों से अवैध शराब की बिक्री की जा रही थी। इस बिक्री को बनाए रखने के लिए इसमे आबकारी विभाग के उच्च पदस्थ अधिकारियों और छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कार्पोरेशन लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर ने मेसर्स प्रिज्म होलोग्राफी एवं सिक्योरिटी फिल्म प्राइवेट लिमिटेड नोएडा को टेण्डर दिया था। जिसके बाद नामजद आरोपी विधू गुप्ता डुप्लीकेट होलोग्राम की सप्लाई छत्तीसगढ राज्य में इस कार्य में संलिप्त गैग को दी जाती थी। विधू गुप्ता को प्रति होलोग्राम 8 पैसा कमीशन मिलना तय हुआ था

डुप्लीकेट होलोग्राम लगाकर बेची जाती थी अवैध शराब
बताया गया है कि गैंग के सदस्यों द्वारा मिलने वाले डुप्लीकेट होलोग्राम को सीधे डिस्टलरीज को सीधे पहॅुचा दिया जाता था। वहां पर इन डिस्टलरियों द्वारा उस होलोग्राम को अवैध शराब की बोतलो पर चिपका कर। इसके बाद उन बोतलो को छत्तीसगढ राज्य के चिन्हित 15 जनपदो में फर्जी ट्रांसिट पास पर दुकानों पर ले जाया जाता था। जिसके बाद अवैध शराब की बिक्री ओरिजिनल शराब मदिरा के साथ करते थे। इस शराब की बिक्री से प्राप्त पैसे को अलग से इकट्ठा कर लिया जाता था। बताया गया है कि इस गैंग द्वारा 2019 से 2022 तक अवैध शराब की सप्लाई की गयी, जो प्रतिमाह 400 ट्रक तक होती थी। 

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