फंड डायवर्जन मामले में ईडी ने जांच का दायरा बढ़ाया : 2010 से 2012 के दौरान तैनात अफसरों की मांगी लिस्ट, प्राधिकरण के अधिकारियों की बढ़ी धड़कनें

UPT | नोएडा प्राधिकरण

Oct 26, 2024 11:58

फंड डायवर्जन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जांच का दायरा बढ़ा है। अब ईडी ने नोएडा प्राधिकरण को एक चिठ्ठी लिखी है। 2010 से 2012 के दौरान तैनात अफसरों की लिस्ट मांगी गई है। तैनातअफसरों की धड़कनें बढ़ी।

Noida News : फंड डायवर्जन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जांच का दायरा बढ़ाया है। अब ईडी ने नोएडा प्राधिकरण को एक चिठ्ठी लिखी है। जिसमें वर्ष 2010 से 2012 के दौरान तैनात अफसरों की लिस्ट मांगी गई है। इस पत्र के बाद नोएडा प्राधिकरण में पूर्व में तैनात अफसरों से लेकर आज के समय में काम कर रहे अफसरों की धड़कनें बढ़ने लगी हैं।



कैसे गर्म हुआ मामला
शहर के नामी बिल्डर के प्रॉजेक्ट "लोटस 300" में रजिस्ट्री की समस्या थी। जिसको लेकर निवासियों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। जिसके बाद इस मामलें ने तूल पकड़ लिया। जांच में पता चला कि बिल्डर को फायदा पहुंचाने के लिए प्राधिकरण के पूर्व अफसरों ने फंड डायवर्जन किया था। यह काम बसपा शासनकाल में हुआ। उस समय सीईओ सरदार मोहिंदर सिंह थे। उसके कार्यकाल में नोएडा प्राधिकरण में करोड़ों रुपये का घोटाला हुआ था।

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190 करोड़ रुपये का फंड डायवर्जन
इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा जांच की जा रही है। जांच में पाया गया है कि करीब 190 करोड़ रुपये का फंड डायवर्जन हुआ था। जांच करते हुए पूर्व सीईओ सरदार मोहिंदर सिंह के घर ईडी की टीम पहुंची। वहां पर जांच के दौरान कई हजार करोड़ रुपये का अवैध माल मिला। जिसको कब्जे में लिया गया। अब ईडी ने नोएडा प्राधिकरण से वर्ष 2010 से लेकर 2012 तक का डाटा मांगा है। जिसमें इन वर्षों के दौरान नोएडा प्राधिकरण में तैनात अफसरों की लिस्ट किसी भी हालत में देनी होगी।

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