झांसी अग्निकांड की लपटों का नोएडा में असर : अलर्ट मोड में गौतम बुद्ध नगर अग्निशमन विभाग, विशेषज्ञों ने किया चाइल्ड पीजीआई हॉस्पिटल का दौरा

UPT | झांसी अग्निकांड

Nov 16, 2024 17:09

झांसी घटना के बाद नोएडा में CFO ने तकनीकी विशेषज्ञों की टीम के साथ चाइल्ड पीजीआई अस्पताल का दौरा किया। विशेषज्ञों की टीम का कहना है कि दौरे का उद्देश्य अस्पताल के अग्नि सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा करना और यह सुनिश्चित करना था

Noida News : झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार रात हुए अग्निकांड में 10 नवजातों की मौत हो गई सात बच्चे झुलस गए हैं जिनका इलाज जारी है। हादसे के 10 घंटे बाद भी कई बच्चे लापता है। झांसी अग्निकांड की लपटों का असर अब यूपी के कई जिलों में देखा जा रहा है। जिला प्रशासन ने हादसे के बाद नोएडा के अग्निशमन विभाग ने चाइल्ड पीजीआई हॉस्पिटल का दौरा किया है।

झांसी घटना का नोएडा में असर
झांसी घटना के बाद नोएडा में CFO ने तकनीकी विशेषज्ञों की टीम के साथ चाइल्ड पीजीआई अस्पताल का दौरा किया। विशेषज्ञों की टीम का कहना है कि दौरे का उद्देश्य अस्पताल के अग्नि सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा करना और यह सुनिश्चित करना था कि ऐसी कोई चूक न हो जिससे झांसी जैसी घटना दोहराई जाए। निरीक्षण के दौरान विशेषज्ञों ने अस्पताल के फायर सिस्टम, फायर अलार्म, और आपातकालीन निकास व्यवस्था की गहन जांच की।

सुधार न होने पर होगी की कार्रवाई 
फायर ब्रिगेड की टीम ने शनिवार को नोएडा के चाइल्ड पीजीआई हॉस्पिटल में फायर सिस्टम की स्थिति का गंभीरता से निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान हॉस्पिटल में कई खामिंयां मिली। टीम ने पाया कि पीजीआई अस्पताल के बेसमेंट और विभिन्न मंजिलों पर पानी टपक रहा था, जिससे फायर सिस्टम में दिक्कत आ सकती है। इसके अलावा अस्पताल में स्मॉग डिटेक्शन सिस्टम भी काम नहीं कर रहा था, जो आग से जुड़े खतरों को बताने के लिए जरूरी है। इस पर सीएफओ प्रदीप कुमार चौबे ने फायर सिस्टम में सुधार के लिए 15 दिन का समय तय किया और चेतावनी दी कि इस अवधि में सुधार नहीं हुआ तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

झांसी घटना के बाद जागा सहारनपुर जिला प्रशासन
झांसी घटना के बाद सहारनपुर जिला प्रशासन भी जागा है। शनिवार को CFO और CMO ने जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। अस्पताल में लगे फायर सिस्टम को देखा। सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि फायर सेफ्टी में जो भी कमियां होंगी, उन्हें जल्दी दूर किया जाएगा। इसके अलावा अस्पताल में जो भी कमी होगी उसकी भी जांच होगी।

ये भी पढ़ें : झांसी हादसे का सहारनपुर तक असर : CMO-CFO ने किया निरीक्षण, जिला अस्पताल में फायर सिस्टम की जांच

कैसे हुआ हादसा
झांसी मेडिकल कॉलेज के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (CMS) ने जानकारी दी कि शिशु वार्ड के एनआईसीयू में कुल 54 बच्चे भर्ती थे। अचानक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में आग लग गई, जिससे पूरे वार्ड में धुआं फैल गया। उन्होंने बताया कि आग बुझाने की कोशिश की गई, लेकिन यह तेजी से फैल गई। दमकल विभाग की छह गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। खिड़कियां तोड़कर बच्चों को बाहर निकाला गया। घटना के बाद पूरे मेडिकल कॉलेज में हाहाकार मच गया।

Also Read