नोएडा में अवैध टेलीफोन एक्सचेंज का भंडाफोड़ : हवाला और आपराधिक कॉल से राष्ट्रीय सुरक्षा को था खतरा, कई राज खुले

UPT | अवैध टेलीफोन एक्सचेंज का भंडाफोड़

Jan 13, 2025 09:43

नोएडा में पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय अवैध टेलीफोन एक्सचेंज का भंडाफोड़ किया है, जो हवाला, नारकोटिक्स और धमकी देने वाली कॉल्स के लिए इस्तेमाल हो रहा था। इस ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया और महत्वपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और सिम कार्ड्स बरामद किए, जिनका उपयोग फर्जी कॉल्स के संचालन में किया जा रहा था।

Noida News : नोएडा के सेक्टर 63 थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए एक अंतरराष्ट्रीय अवैध टेलीफोन एक्सचेंज का पर्दाफाश किया है। यह एक्सचेंज जी ब्लॉक स्थित एक निजी कार्यालय में चल रहा था, जिसे पुलिस ने दूरसंचार विभाग और टेलीकॉम कंपनियों के अधिकारियों के साथ मिलकर शनिवार को ध्वस्त कर दिया। इस छापेमारी के दौरान कंपनी के निदेशक और प्रबंधक को गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों का कहना है कि इस एक्सचेंज के माध्यम से हवाला, नारकोटिक्स और धमकी देने वाली कॉल्स की जा रही थीं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा बन चुकी थीं।

अवैध टेलीफोन एक्सचेंज का संचालन
पुलिस और दूरसंचार अधिकारियों के मुताबिक, एक सप्ताह पहले डिजिटल इंटेलिजेंस यूनिट को इस एक्सचेंज के बारे में सूचना मिली थी। इसके बाद छानबीन के दौरान यह खुलासा हुआ कि सेक्टर 63 क्षेत्र में एक फर्जी टेलीफोन एक्सचेंज चल रहा था, जिसमें अवैध रूप से विदेशों से आने वाली कॉल्स को देश में लाकर कनेक्ट किया जा रहा था। इस तरह के अवैध एक्सचेंज के संचालन से न केवल सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा था, बल्कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी खतरा था। पुलिस और दूरसंचार विभाग ने इस सूचना के आधार पर जी ब्लॉक में छापेमारी की और दो मुख्य आरोपी—शिवम कुमार (प्रबंधक) और देवकी नंदन (निदेशक)—को गिरफ्तार किया। 

छापेमारी में मिली सामग्री
मौके से पुलिस ने कई अहम डिवाइस और सेटअप बरामद किए। इनमें एसबीसी सर्वर, दो सीपीयू, तीन इंटरनेट राउटर और 1350 टेलीफोन नंबर वाले आरजेआईएल एसआईपी ट्रंक के उपकरण शामिल थे। इसके अलावा, दो कंपनियों के 1200 सिम कार्ड भी बरामद किए गए। पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने स्वीकार किया कि उनके पास टेलीफोन एक्सचेंज चलाने का वैध लाइसेंस नहीं था। वे इस फर्जी एक्सचेंज के माध्यम से दुबई, सऊदी अरब, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों से कॉल्स को देश में भेजकर उन्हें कनेक्ट कराते थे। 

कॉल्स का प्रयोग अवैध गतिविधियों में
दूसरी ओर, यह भी जानकारी मिली है कि इस अवैध टेलीफोन एक्सचेंज का इस्तेमाल हवाला ऑपरेशनों, नारकोटिक्स व्यापार और धमकी देने वाली कॉल्स के लिए किया जा रहा था। चूंकि इन कॉल्स का कोई रिकॉर्ड नहीं रखा जाता था, ऐसे में कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए इन कॉल्स को ट्रैक करना और उनकी जांच करना अत्यंत कठिन हो गया था। इससे न केवल कंपनियों और सरकार को आर्थिक नुकसान हो रहा था, बल्कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा पैदा कर रहा था।

आर्थिक नुकसान और सरकारी राजस्व में कमी
इस अवैध एक्सचेंज से कंपनियों को प्रति कॉल 10 रुपये तक का नुकसान हो रहा था, जबकि सरकार को सात पैसे प्रति कॉल का नुकसान हो रहा था। यह खुफिया जानकारी और संबंधित अधिकारियों के इनपुट के आधार पर ही पुलिस ने इस एक्सचेंज के खिलाफ कार्रवाई की। इस मामले की जांच जारी है और पुलिस को अन्य लिंक और नेटवर्क का भी पता लगाने की उम्मीद है, जिससे इस तरह के अवैध संचालन को और प्रभावी तरीके से रोका जा सके।

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