नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में चल रहे भ्रष्टाचार के मामलों पर मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कड़ा रुख अपनाते हुए इस मामले को विजिलेंस जांच के दायरे में लाने के निर्देश दिए थे। विजिलेंस रिपोर्ट के अनुसार रवींद्र सिंह यादव ने 2,44,38,547 रुपये का व्यय दिखाया।