Ghaziabad News : किसान सम्मान निधि के लिए फार्मर रजिस्ट्री की प्रक्रिया धीमी, वेबसाइट लोड से लोग परेशान

UPT | गाजियाबाद जिले में फार्मर रजिस्ट्री का काम काफी धीमी गति से

Jan 14, 2025 16:16

इसके लिए एग्री स्टैक की वेबसाइट पर लॉग इन करें। मांगी गई जानकारी अपडेट करते जाएं और जरूरी दस्तावेज अपलोड करें। सीएससी या जनसुविधा केंद्र जाकर भी प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।

Short Highlights
  • फरवरी में जारी होगी किसान सम्मान निधि की किस्त
  • जिले में अब तक 39 प्रतिशत किसानों की फार्मर रजिस्ट्री
  • गाजियाबाद में होनी है 44099 किसानों की फार्मर रजिस्ट्री
Ghaziabad News : गाजियाबाद जिले में फार्मर रजिस्ट्री का काम काफी धीमी गति से चल रहा है। इसके लिए व्यवस्था नहीं बल्कि वेबसाइट पर बढ़ रहा लोड जिम्मेदार है। बताया जा रहा है कि वेबसाइट पर लोड़ बढ़ने से किसान परेशान हैं। ऐसी स्थिति में फार्मर रजिस्ट्री के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है। इससे किसान सम्मान निधि के हकदार किसानों की किस्त पर संकट मंडरा रहा है। किसान सम्मान निधि की अगली किस्त फरवरी में जारी होने की उम्मीद है। गाजियाबाद में अभी तक मात्र 39 प्रतिशत किसानों की ही फार्मर रजिस्ट्री हो पाई है। बताया जाता है कि वेबसाइट न चलने से एक सीएससी पर 10-12 लोगों की प्रक्रिया ही पूरी हो रही है।

फार्मर रजिस्ट्री कराने की अंतिम तिथि 31 जनवरी निर्धारित
ऐसी व्यवस्था में जिले के किसानों की फार्मर रजिस्ट्री फंस गई है। वेबसाइट पर प्रक्रिया पूरी करने के बाद दिन में फोन नंबर पर ओटीपी भेजा जा रहा है। लेकिन वह कई बार रात में पहुंच रहा है। फार्मर रजिस्ट्री कराने की अंतिम तिथि 31 जनवरी निर्धारित की गई है। ऐसे में किसानों को डर है कि कहीं उन्हें मिलने वाली किसान सम्मान निधि पर संकट न आ जाए।
प्रत्येक सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) पर किसानों की फार्मर रजिस्ट्री कराने का लक्ष्य प्रशासन ने रखा है। जहां प्रत्येक आवेदन के लिए 50 रुपये किसानों से लिए जा रहे हैं। ऐसे में ठंड के बीच सुबह जल्दी किसान कॉमन सर्विस सेंटर या जनसुविधा केंद्र पहुंचते हैं। लेकिन पोर्टल की सुस्ती के कारण 10-12 रजिस्ट्री ही मुश्किल से हो रही हैं। काम न होने पर उन्हें लौटना पड़ता है।

देर से मोबाइल पर आ रहा ओटीपी
किसान को अपना फोन नंबर या ईमेल आईडी पोर्टल पर दर्ज करानी होती है। अधिकतर किसान फोन नंबर डालते हैं। इसके बाद ओटीपी काफी देर तक नहीं आता है। इससे किसान सीएससी पर खड़े रहते हैं। कई बार ओटीपी तब आता है। जब किसान रात में खेत पर पानी दे रहे होते हैं। इस वजह से फार्मर रजिस्ट्री का काम भी पिछड़ रहा है।

पढ़े लिखे किसान खुद कर रहे अपना आवेदन
जिले के पढ़े-लिखे किसान खुद अपनी रजिस्ट्री का आवेदन कर रहे हैं। बाकी लोग जानकारी के अभाव या अनपढ़ होने की वजह से आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। एक जनसुविधा केंद्र के संचालक राकेश ने बताया कि दिन में वेबसाइट धीमी चलती है। रात में जो किसान ओटीपी बता पा रहे हैं। उनकी रजिस्ट्री हो जाती है। बाकी की रह जाती है।



ऐसे कराएं फार्मर रजिस्ट्री
उप कृषि निदेशक राम जतिन मिश्र ने बताया किसान घर बैठे ऑनलाइन फार्मर रजिस्ट्री कर सकते हैं। इसके लिए एग्री स्टैक की वेबसाइट पर लॉग इन करें। मांगी गई जानकारी अपडेट करते जाएं और जरूरी दस्तावेज अपलोड करें। सीएससी या जनसुविधा केंद्र जाकर भी प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। कृषि विभाग गांव-गांव शिविर लगाकर रजिस्ट्री बनाने का काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि इस समय फार्मर रजिस्ट्री का काम चलने के कारण विभागीय वेबसाइट में लोड बढ़ा है। उन्होंने बताया कि जिले में 44099 किसानों की फार्मर रजिस्ट्री होनी है। इनमें से अभी तक 39 प्रतिशत किसान अपनी रजिस्ट्री करा चुके हैं। बाकी किसानों की फार्मर रजिस्ट्री भी जल्द ही हो जाएगी।

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