सात साल बाद युवक अपने घर लौटा : परिजनों की आंखों में खुशी के आंसू, जानिए मिलाप की पूरी कहानी

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Nov 28, 2024 14:50

युवक तुलाराम का बेटा है, जो बिजली विभाग से सेवानिवृत्त हैं और शहीदनगर में रहते हैं। 8 सितंबर 1993 को तुलाराम का सात साल का बेटा अपनी बहन के साथ स्कूल से घर लौट रहा था, तभी उसे एक ऑटो गैंग ने अगवा कर लिया था।

Ghaziabad News : साहिबाबाद के शहीदनगर में एक ऐसी भावुक घटना सामने आई है जो किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं है। 1993 में सात साल की उम्र में साहिबाबाद थाना क्षेत्र के शहीदनगर से अगवा किया गया युवक, किसी प्रकार राजस्थान से खोड़ा थाने पहुंचा। कई दिनों के प्रयासों के बाद युवक अपने परिवार से मिल पाया। इस मिलाप से दोनों की आंखों में आंसू थे। बुधवार को युवक को उसके परिजनों के पास भेज दिया गया और वह खुशी-खुशी अपने घर लौट आया।

ऑटो गैंग ने किया था अगवा
यह युवक तुलाराम का बेटा है, जो बिजली विभाग से सेवानिवृत्त हैं और शहीदनगर में रहते हैं। 8 सितंबर 1993 को तुलाराम का सात साल का बेटा अपनी बहन के साथ स्कूल से घर लौट रहा था, तभी उसे एक ऑटो गैंग ने अगवा कर लिया था। इसके बाद परिवार को फिरौती के लिए 7.40 लाख रुपये की मांग का पत्र मिला, लेकिन किसी ने उनसे संपर्क नहीं किया। इस घटना के बाद परिवार ने साहिबाबाद थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।

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युवक ने बताई आपबीती
चार दिन पहले, युवक हाथ पर 'राजू' गुदा हुआ नाम लेकर खोड़ा थाने पहुंचा। उसने बताया कि वह राजस्थान के जैसलमेर में एक ट्रक वाले द्वारा ले जाया गया था, जहां उसे एक व्यक्ति के हवाले कर दिया गया। इस व्यक्ति ने उसे भेड़-बकरियां चराने का काम दिया और बदले में दिन में सिर्फ एक रोटी और कभी-कभी चाय दी जाती थी। युवक ने अपने घर और आसपास के बारे में जानकारी देकर परिजनों को तलाशने की बात कही।



पुलिस ने युवक को परिजनो से मिलाया
कई दिनों के प्रयास के बाद खोड़ा पुलिस को युवक के परिजन मिले और फिर वे उसे अपने साथ घर ले आए। युवक के नाम भीम सिंह उर्फ राजू उर्फ पन्नू है, और उसके परिवार में दो बड़ी बहनें और एक छोटी बहन है। यह मिलन परिजनों के लिए एक बेहद भावुक और खुशहाल पल था।

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