Meerut News : मेरठ में 20 हजार रुपये में दामाद ने कर दिया सास सोहनवीरी की जान का सौदा, हैरान कर देगा हत्या का कारण

UPT | मेरठ में पूर्व प्रधान सोहनवीरी की हत्या के आरोपी पुलिस हिरासत में, जानकारी देते एसपी सिटी मेरठ।

Jan 24, 2025 17:30

उचित अवसर देखकर अनुज व हरविन्दर ने घर के अन्दर घुसकर ऊपर जाकर सोहनवीरी की 315 बोर के तमंचे से गोली मारकर हत्या कर दी।

Short Highlights
  • मेरठ में पूर्व प्रधान सोहनवीरी हत्याकांड का खुलासा
  • पुलिस ने दामाद और तीन अन्य अभियुक्त किए गिरफ्तार
  • दामाद ने खोला सास सोहनवीरी की हत्या का राज   
Meerut Police News : मेरठ स्वॉट टीम सिटी व थाना कंकरखेडा पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में आठ जनवरी को हुई पूर्व प्रधान सोहनवीरी की हत्या का खुलासा करते हुए चार अभियुक्त गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें से एक अभियुक्त पुलिस मुठभेड के दौरान घायल हुआ है। आज एसपी सिटी ने बताया कि 24 जनवरी 2025 को सरधना फ्लाई ओवर की तरफ जाने वाले मार्ग पर मुखबिर की सूचना के आधार पर स्वॉट टीम सिटी व थाना कंकरखेडा की पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से चेकिंग की जा रही थी। चेकिंग के दौरान सुबह समय करीब 04.35 बजे जंगेठी नाले के पास पूर्व प्रधान सोहनवीरी हत्या करने वाला अभियुक्त अनुज मलिक पुत्र हरविन्दर निवासी ग्राम भगवानपुर बांगर थाना किठौर जनपद मेरठ पुलिस द्वारा आत्मरक्षार्थ की गयी फायरिंग में पैर में गोली लगने से घायल हुआ।

घायल अभियुक्त को उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती
घायल अभियुक्त को उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। जिससे पूछताछ के उपरान्त हत्या व षडयंत्र में शामिल अभियुक्तगण हरविन्दर पुत्र गिरीराज सिंह निवासी ग्राम भगवानपुर बांगर थाना किठौर जनपद मेरठ,  दीपक पुत्र ओमपाल सिंह निवासी पतला निवाडी थाना निवाडी जनपद गाजियाबाद और संदीप उर्फ टोनी पुत्र ओमपाल सिंह निवासी पतला निवाडी थाना निवाडी जनपद गाजियाबाद के नाम प्रकाश में आये। जब हरविन्दर को यह पता चला कि अनुज को पुलिस ने मुठभेड में गिरफ्तार कर लिया है तब हरविन्दर, दीपक और संदीप से मिलने के लिए आया। जिन्हें डाबका कट के पास से मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त हरविन्दर शातिर किस्म का अपराधी है। जिसके ऊपर पूर्व से ही मेरठ में हत्या के अभियोग दर्ज है। अभियुक्तगण के विरूद्व थाना कंकरखेडा पर विधिक कार्यवाही की जा रही है।

सोहनवीरी की पुत्री निशा के साथ हुआ था दीपक का विवाह
अभियुक्तगण से पूछताछ में ज्ञात हुआ कि अभियुक्त दीपक का विवाह मृतका सोहवीरी की पुत्री निशा के साथ हुआ था। परन्तु शादी के कुछ समय बाद से ही निशा और दीपक के मध्य विवाद होने लगे थे । दीपक और निशा रोहटा रोड स्थित नारायणी इंक्लेव में रहते थे। 

निशा, सोहनवीरी के प्रभाव में 
जहां पर सोहनवीरी का आना जाना लगा रहता था और निशा सोहनवीरी के प्रभाव में रहती थी इस बात को लेकर दीपक और निशा में कई बार विवाद हुआ तथा पारिवारिक मामले को लेकर दोनों पक्षों के द्वारा एक दूसरे के विरूद्ध अभियोग पंजीकृत कराये गये थे। इस बात को लेकर दीपक और उसका बडा भाई संदीप उर्फ टोनी काफी परेशान रहते थे। दीपक को भी अपना घर छोडकर ग्राम पतला जनपद गाजियाबाद में रहना पड रहा था। दोनों पक्षों के रिश्तेदारों के माध्यम से समझौते का प्रयास कराये जाने की कोशिश के उपरान्त भी सुलाह समझौता नहीं हो पाया। सोहनवीरी दीपक को ताने मारती थी और जेल भिजवाने की धमकी देती रहती थी।

सोहनवीरी को दोषी मानते थे
दीपक और उसका परिवार इस बात के लिये सोहनवीरी को दोषी मानते थे। समझौते की बातचीत के विफल हो जाने के उपरान्त दीपक और संदीप ने सोहनवीरी को रास्ते से हटाने का निर्णय लिया। इस काम के लिये अपने रिश्ते के मामा हरविन्दर से सम्पर्क किया। हरविन्दर पूर्व से आपराधिक किस्म का व्यक्ति है। जिसके विरूद्ध थाना किठौर पर हत्या का अभियोग दर्ज है। संदीप उर्फ टोनी ने पूर्व में हरविन्दर की 20 हजार से आर्थिक मदद की थी और कुछ समय पूर्व दीपक ने भी हरविन्दर की 50 हजार से आर्थिक मदद की थी।

सोहनवीरी को रास्ते से हटा दो या मेरे पैसे वापस कर दो
घटना से पहले संदीप और दीपक हरविन्दर के पास ग्राम भगवानपुर बांगर गये और हरविन्दर व उसके पुत्र अनुज से कहा कि या तो सोहनवीरी को रास्ते से हटा दो या मेरे पैसे वापस कर दो। हरविन्दर और अनुज के पास वापस करने के लिये पैसे नहीं थे। इसीलिये वह दोनों हत्या करने के लिये तैयार हो गये। यदि हत्या के बाद पुलिस गिरफ्तारी करती है तो कोर्ट कचहरी का सारा खर्चा संदीप व दीपक के द्वारा वहन किया जाना तय हुआ। 

हत्या से करीब 20 दिन पहले 
हत्या से करीब 20 दिन पहले अनुज को दीपक ने मोटर साईकिल पर ले जाकर रोहटा रोड स्थित घर दिखा दिया और घर की आन्तरिक संरचना से अवगत कराया और बताया कि मकान के ऊपर के हिस्से में निशा और सोहनवीरी रहती है, नीचे किरायेदार रहते है। अनुज इस बीच अपनी बीमार भैंस के उपचार हेतु दवाई लेने हापुड में स्थित एक स्लाटर हाउस के पास गया था। जहां उसे अपनी जैसी मोटर साईकिल खडी दिखायी दी। जिसका रजिस्ट्रेशन नं0 उसने नोट कर लिया और घटना वाले दिन अपनी मोटर साईकिल पर वही नम्बर प्लेट बनवाकर लगा ली। 

फ्लाईओवर के पास पुलिस की चेकिंग 
पहले 06.01.2025 की शाम को सोहनवीरी की हत्या करने के लिये अनुज और हरविन्दर आये थे। रोहटा रोड स्थित फ्लाईओवर के पास पुलिस की चेकिंग चल रही थी। पुलिस की सक्रियता को देखते हुये दोनों वापस चले गये तथा दिनांक 08.01.2025 की सुबह 08.00 बजे भगवानपुर बांगर से चलकर रोहटा रोड पहुंच गये चूंकि किरायेदार की बुलेट मोटर साईकिल दरवाजे पर खडी थी इस वजह से अनुज व हरविन्दर ने घर में प्रवेश नहीं किया था। 

किरायेदार अपनी मोटर साईकिल से चला गया 
कई बार आगे पीछे घूमकर सही मौके का इंतजार करते रहे समय करीब 01.15 के आस पास जब किरायेदार अपनी मोटर साईकिल से चला गया तो उचित अवसर देखकर अनुज व हरविन्दर ने घर के अन्दर घुसकर ऊपर जाकर सोहनवीरी की 315 बोर के तमंचे से गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद मोटर साईकिल से फरार हो गये। दोनों किला परीक्षितगढ पहुंचकर अनुज ने एक राह चलते व्यक्ति से फोन मांगकर संदीप को काम पूरा होने की सूचना दे दी। पुलिस के द्वारा सीसीटीवी फुटेज, मैनुअल इंटैलीजैंस, पतारसी सुरागरसी एवं मुखबिर की सूचना के आधार पर अभियुक्तगण की शिनाख्त कर घटना का अनावरण किया गया।   
 

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