Meerut News : मेरठ में लॉरेंस विश्नोई के दो शूटरों का बना फर्जी पासपोर्ट, दो सिपाही निलंबित

UPT | लॉरेंस विश्नोई

Nov 15, 2024 15:04

पुलिस ने राजू वैध के नंबर के आधार पर जांच शुरू की थी। इसके बाद पुलिस ने राजू को गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया था। इसमें राजस्थान पुलिस ने तत्कालीन एसएसपी को अवगत कराया था।

Short Highlights
  • मेरठ से फर्जी पासपोर्ट बनवाकर दुबई भाग गए थे शूटर 
  • राजस्थान पुलिस की जांच में आई थी कंकरखेड़ा थाना की लापरवाही
  • राजस्थान पुलिस की जांच पर एसएसपी विपिन ताडा ने किया निलंबित 
Meerut  News : मेरठ में लॉरेंस विश्नोई गैंग के दो शूटरों राहुल कुमार और महेंद्र कुमार का फर्जी पासपोर्ट जारी हुआ था। मेरठ में बने फर्जी पासपोर्ट के जरिए लॉरेंस विश्नोई गैंग के दोनों शूटर दुबई भाग गए थे। खुफिया विभाग की रिपोर्ट पर जांच की गई। सीओ दौराला की जांच रिपोर्ट में बिना सत्यापन मुहर लगाने की स्थिति सामने आने और भूमिका संदिग्ध मिलने पर एसएसपी ने दो सिपाही निलंबित किए हैं। निलंबित किए गए सिपाहियों में संदेश शर्मा कंकरखेड़ा और धीरज परतापुर थाने में तैनात हैं।

एसएसपी ने अपने स्तर से मामले की जांच करवाई
राजस्थान पुलिस ने फर्जी बने पासपोर्ट की जांच कर रिपोर्ट एसएसपी को सौंपी थी। जिसके बाद एसएसपी ने अपने स्तर से मामले की जांच करवाई थी। जांच में सभी आरोप सही पाए गए। इसके बाद एसएसपी ने दोनों सिपाहियों को निलंबित किया है।  

राजू के पास लॉरेंस बिश्नोई गैंग के दो शूटर पहुंचे  
कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के आंबेडकर रोड निवासी राजू वैध गाजियाबाद में पासपोर्ट ऑफिस के पास साइबर कैफे चलाता था। इसी साल अप्रैल माह में राजू के पास लॉरेंस बिश्नोई गैंग के दो शूटर श्रीडूंगरगढ़ बीकानेर राजस्थान निवासी राहुल कुमार पुत्र चेतन लाल और महेंद्र कुमार पुत्र खजोहर लाल पहुंचे थे। दोनों ने राजू वैध से फर्जी पासपोर्ट बनाने की मांग की थी।

कंकरखेड़ा के श्रद्धापुरी के पते पर फर्जी पासपोर्ट बना दिए
इस पर राजू ने उनसे पैसे लिए थे। बाद में राजू ने कंकरखेड़ा के श्रद्धापुरी के पते पर फर्जी पासपोर्ट बना दिए थे। राजू ने तत्काल पासपोर्ट बनवाने के नाम पर अपना मोबाइल नंबर डाल दिया था। ये दोनों बदमाश रंगदारी मामले में बीकानेर से फरार थे। दोनों बदमाशों पर राजस्थान में कई मुकदमे थे।

पुलिस ने राजू को गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया
पुलिस ने राजू वैध के नंबर के आधार पर जांच शुरू की थी। इसके बाद पुलिस ने राजू को गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया था। इसमें राजस्थान पुलिस ने तत्कालीन एसएसपी को अवगत कराया था। इसके बाद से फर्जी पासपोर्ट मामले की गहनता से जांच शुरू की गई। इसमें कांस्टेबल संदेश शर्मा और धीरज को भी दोषी पाया गया। एसएसपी डा. विपिन ताडा का कहना है कि दो सिपाही निलंबित किए हैं। 
 

Also Read