Mirzapur News : जल जीवन मिशन की अजब कहानी, घरों में लगा है नल, नहरों के पाइप में बहता रहता है पानी

UPT | नहरों के पाइप में बहता रहता है पानी

Jun 08, 2024 21:31

विकास खण्ड जमालपुर सहित संपूर्ण मीरजापुर जिले में हर घर को नल से जल देने की योजना का कार्य जोरों से चल रहा है,सभी के घरों में नल, टोटी, पाइप लगाये जा रहें हैं और बहुत जगह तो लगाये भी जा चुके है।

 Mirzapur News (संतोष गुप्ता) : विकास खण्ड जमालपुर सहित संपूर्ण मीरजापुर जिले में हर घर को नल से जल देने की योजना का कार्य जोरों से चल रहा है,सभी के घरों में नल, टोटी, पाइप लगाये जा रहें हैं और बहुत जगह तो लगाये भी जा चुके है। लेकिन पेयजल परियोजना के कार्य में विभाग द्वारा घोर लापरवाही के चलते पानी लोगों के घरों में पहुंचने की बजाय सड़कों, नहरों और नालों में बह रहा है। घरों में लगे नल टोटी पाइप सिर्फ घरों की शोभा बढ़ाने के काम आ रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ पाइप डालने के लिए गांवों-कस्बों के सारे रास्ते खोद दिये गये। आज स्थिति यह है कि गांव की गलियों से लेकर सभी संपर्क मार्गों की हालत काफी जर्जर हो चुकी है।

 यात्रा करने वालों के साथ दुर्घटना होने की संभावना
शासन के इस महत्वपूर्ण परियोजना को लेकर शुरू से ही संबंधित विभाग एवं कार्यदाई संस्था द्वारा घोर लापरवाही बरती जा रही है। मानक के अनुरूप कोई भी कार्य नहीं किया जा रहा है। सड़कों के किनारे ही बड़े-बड़े गड्ढे,चेंबर बना दिए गए हैं तथा जगह-जगह पाइप बाहर निकालते हुए गेटवाल आदि लगाकर सड़क किनारे अतिक्रमण कर दिया गया है, जिस कारण सड़क पर यात्रा करने वालों के साथ हमेशा दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। रात के अंधेरे में अक्सर लोग सड़कों के किनारे रखे इन पाइपों से टकराकर या चेंबरो में गिरकर घायल हो जाते है। कार्य में लापरवाही का आलम यह है कि बहुत सारे जगह पाइपों से पानी फब्बारें की तरह फालतू बह रहा है, लेकिन इस पर विभाग का ध्यान नहीं है।

न घरों में जल और ना ही खेतों में पानी
 जगह-जगह लगे गेटवालों में अराजक तत्त्वों द्वारा लकड़ी, पत्थर आदि डालकर फालतू पानी बहाया जा रहा है। विभाग द्वारा लीकेज का मरम्मत करने की बजाय उस पर बोरी आदि बांध कर लोगों के नजरों से बचाया जा रहा है आज जिस तरह से जल जीवन मिशन योजना पर संबंधित विभाग एवं कार्यदाई संस्था द्वारा कार्य किया जा रहा है। उसके पूर्ण होने पर प्रश्न चिह्न बना हुआ है। इस संबंध में अन्न दाता मंच के संयोजक चौधरी रमेश सिंह द्वारा चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जिस तरह से कार्यदाई संस्था द्वारा कार्य किया जा रहा है, इसके सफल होने की गारंटी कम ही है और आज स्थिति यह है कि न घरों में जल है, न खेतों में पानी है। लिहाजा सरकार के इस ड्रीम प्रोजेक्ट पर शासन को विशेष से ध्यान देने की जरूरत है।

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