जयंती विशेष : आज की शाम ग़ालिब के नाम, मित्रमंच फाउण्डेशन ने आयोजित किया 21वाँ कवि सम्मलेन

UttarpradeshTimes | कवि सम्मलेन

Dec 28, 2023 18:33

उत्तर-प्रदेश के सोनभद्र में श्रोताओं के सिर चढ़कर बोला उम्दा शायरी का जादू  मशहूर शायर मिर्ज़ा ग़ालिब की जयंती के मौके पर मित्र मंच फाउण्डेशन, सोनभद्र द्वारा 27 दिसंबर, 2023 को 21वें मुशायरा एवं कवि सम्मेलन...

Sonbhadra News : उत्तर-प्रदेश के सोनभद्र में श्रोताओं के सिर चढ़कर बोला उम्दा शायरी का जादू। मशहूर शायर मिर्ज़ा ग़ालिब की जयंती के मौके पर मित्र मंच फाउण्डेशन, सोनभद्र द्वारा 27 दिसंबर, 2023 को 21वें मुशायरा एवं कवि सम्मेलन का आयोजन होटल अरिहंत के हॉल में किया गया। इस मुशायरे एवं कवि सम्मेलन में देश भर के नामचीन शायरों, कवियों एवं कवयित्रियों ने एक से बढ़कर एक ग़ज़ल पढ़कर श्रोताओं से ख़ूब वाहवाही लूटी। मुशायरा शाम 8.30 बजे रात्रि से शुरू होकर 1.30 बजे तक चला। मुशायरे का आगाज मित्र मंच के संरक्षक-दया सिंह और उमेश जालान ने ग़ालिब की तस्वीर पर माल्यार्पण कर शम्मा रोशन की रस्म अदा की। इसके बाद मित्र मंच के अध्यक्ष विकास वर्मा ‘‘बाबा‘‘ एवं कार्यकारिणी के सदस्यों विनोद कुमार चौबे, रामप्रसाद यादव, संदीप चौरसिया ने शायरों एवं कवि-कवयित्रियों का माल्यार्पण कर बैैच लगाते हुए उन्हें स्मृति चिह्न भेंट किये। 

देश के नामचीन कवि हुए शामिल 
कार्यक्रम की अध्यक्षता शायर जावेद आसी ने की एवं मंच संचालन हसन सोनभद्री ने किया। मुशायरा एवं कवि सम्मेलन की शुरुआत श्रुति भट्टाचार्य ने सरस्वती वंदना से की। इसके उपरांत जावेद आसी ने ग़ालिब की ग़ज़ल ‘‘हर एक बात पे कहते हो तुम कि तूं क्या है‘‘ पढ़कर मुशायरे का सिलसिला आगे बढ़ाया।
श्रोताओं ने सभी शायरों, कवि-कवियत्री की ग़ज़लों, नज़्मों और गीतों को मंत्रमुग्ध होकर सुना और भरपूूर वाह-वाही की।
देवबंद से आए शायर जावेद आसी ने कहा-

‘‘विरासतों की ज़िदों में मकान टूट गए।
इन आँधियों में कई खानदान टूट गए।।‘‘

हसन सोनभद्री ने कहा-
‘‘किसी मछली को पानी से निकालो,
मेरी चाहत का अंदाज़ा लगा लो।‘‘
अगर बेदाग हो तो चांद कैसा।
मेरे किरदार में खामी निकालो।।‘‘

पंडित प्रेम बरेलवी ने कहा-
‘‘दौर कोई भी हो मुश्किल हुई शरीफ़ों को,
ज़िन्दगी ज़ालिमों की शानदार  गुज़री है।‘‘

कवि सम्मेलन की महफ़िल में दिखे  सभी राज्यों के रंग 
 मित्रमंच फाउण्डेशन, सोनभद्र के अध्यक्ष विकास वर्मा ‘‘बाबा‘‘ ने देश भर से आए हुए सभी शायरों, कवि-कवयित्रियों एवं श्रोताओं का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा आज का मंच कौमी एकता कि शानदार मिसाल रहा, जिसमें पंजाब की खुशबू ,बंगाल का जादू, महाराष्ट्र की रंगत,दिल्ली की नजाकत,उत्तराखण्ड की सदाकत और यूपी की संगत एक साथ मौजूद थी कहते हुए मुशायरे एवं कवि सम्मेलन की महफ़िल को अगले साल तक के लिए मुल्तवी किया।

कार्यक्रम में मित्रमंच फाउण्डेशन के संरक्षक राधेश्याम बंका एवं मित्रमंच फाउण्डेशन के सभी पदाधिकारियों और सदस्यों में उमेश जालान, संदीप चौरसिया, हजरत अली, रामप्रसाद यादव, मुरली अग्रवाल, अशोक श्रीवास्तव, अमित वर्मा,  विनोद कुमार चौबे, आलोक वर्मा, ज्ञानेंद्र राय, धीरेंद्र अग्रहरि, संतोष वर्मा, राजेश सोनी, डॉ. गोविंद यादव, इसरार अहमद, फ़िरोज ख़ान, एम.डी. असलम आदि सहयोगी, समाजसेवी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे। 

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