सोनभद्र में अधिकारियों का कारनामा : जीवित व्यक्ति को घोषित किया मृत, पेंशन बंद कर राशन कार्ड छीना

UPT | सोनभद्र में अधिकारियों का कारनामा

Oct 26, 2024 17:03

एक तरफ भाजपा सरकार सबका साथ, सबका विकास का नारा बुलंद कर रही है और सभी को सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने का दावा कर रही है, तो दूसरी तरफ सोनभद्र में जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी सरकार की मंशा के खिलाफ कार्य कर रहे हैं।

Sonbhadra News : एक तरफ भाजपा सरकार सबका साथ, सबका विकास का नारा बुलंद कर रही है और सभी को सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने का दावा कर रही है, तो दूसरी तरफ सोनभद्र में जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी सरकार की मंशा के खिलाफ कार्य कर रहे हैं। लापरवाही का आलम यह है कि एक जीवित बुजुर्ग व्यक्ति को मृतक बताकर उन्हें मिलने वाले सभी लाभ से वंचित कर दिया गया है।

पेंशन भी बंद करने का आरोप
ताज़ा मामला दुद्धी तहसील के चिल्काडांड गांव से सामने आया है। गांव के अस्सी वर्षीय निवासी कामता पाण्डेय का वृद्धा पेंशन कई महीनों से बंद कर दिया गया, और कोटेदार द्वारा राशन कार्ड जमा कराकर राशन देना भी रोक दिया गया। जब कामता पाण्डेय ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत करते हुए वृद्धा पेंशन बहाल करने की मांग की, तो समाज कल्याण अधिकारी, सोनभद्र कार्यालय ने आख्या दी कि चिल्का टांड़ गांव के ग्राम विकास अधिकारी ने कामता पाण्डेय को मृतक बताया है। इसलिए उन्हें वृद्धा पेंशन नहीं दिया जा सकता। समाज कल्याण अधिकारी की आख्या देखकर कामता पाण्डेय के लिए यह एक बड़ा झटका था और उनका सरकार के नारे "सबका साथ, सबका विकास" पर से भरोसा उठ गया।

जिलाधिकारी से की गई शिकायत
कामता पाण्डेय ने किसी तरह इस मामले की जानकारी पूर्वांचल नव निर्माण मंच के पूर्व उपाध्यक्ष गिरीश पाण्डेय को दी। गिरीश पाण्डेय ने इसे गंभीरता से लेते हुए इसे घोर लापरवाही बताया और जिलाधिकारी सोनभद्र को मामले की जानकारी देते हुए जीवित पीड़ित कामता पाण्डेय को राशन कार्ड, वृद्धा पेंशन और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ देने की मांग की। साथ ही, गिरीश पाण्डेय ने गांव के ग्राम विकास अधिकारी की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि जीवित बुजुर्ग को मृतक बताने वाले लापरवाह ग्राम विकास अधिकारी को पद पर रहने का अधिकार नहीं है, और उनकी तत्काल बर्खास्तगी की मांग भी जिलाधिकारी से की।

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