यूजीसी की नई गाइडलाइन : सभी विश्वविद्यालयों को अब देनी होगी पूरी जानकारी, नियमों का पालन न होने पर सख्ती

UPT | यूजीसी ने की नई गाइडलाइन जारी

May 29, 2024 14:28

यूजीसी के नए नियमों के अनुसार, विश्वविद्यालयों को अब अपनी वेबसाइट पर पूरी और सही जानकारी प्रदान करनी होगी। यदि जांच में कोई गलती पाई जाती है,तो उस पर कार्यवाही होगी...

New Delhi News : यूजीसी के नए नियमों के अनुसार, विश्वविद्यालयों को अब अपनी वेबसाइट पर पूरी और सही जानकारी प्रदान करनी होगी। यदि जांच में कोई गलती पाई जाती है,तो उस पर कार्यवाही होगी। जो विनियामक आयोग द्वारा की जाएगी। इसका मकसद यह है कि विद्यार्थियों को सही जानकारी मिले और उन्हें धोखा न दिया जाए।

नए नियम किए लागू
यह नियम लागू करने का मुख्य कारण है कि कई विश्वविद्यालयों की शिकायतें यूजीसी के पास पहुंच चुकी हैं। इस पर ध्यान देते हुए यूजीसी ने विश्वविद्यालयों पर नए नियम लागू किए हैं। इन नियमों के अनुसार, विश्वविद्यालयों को अपनी वेबसाइट पर फीस, रैंकिंग, एक्रीडिटेशन, एडमिशन, रिसर्च, पेटेंट, विदेशी उच्च शिक्षण संस्था और अपने विभागों की जानकारी अपलोड करनी होगी। साथ ही, विश्वविद्यालयों को अपनी फैकल्टी के फोटो सहित जानकारी भी अपलोड करनी होगी।

इन बातों पर दिया जा रहा है ध्यान
इसके साथ ही विश्वविद्यालयों ने अब यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार तैयारियाँ शुरू की हैं। इसमें फैकल्टी की जानकारी को अपलोड करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। क्योंकि सरकारी विश्वविद्यालयों में 80% पद खाली हैं। विश्वविद्यालयों द्वारा सिलेबस, फैकल्टी, रिसर्च, कोर्स इत्यादि की जानकारी अक्सर गलत अपलोड की जाती है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि सही जानकारी दी जाए।

नियमों का पालन नहीं करने पर की जाएगी सख्त कार्रवाई
यूजीसी ने अब विनियामक आयोग के साथ मिलकर विश्वविद्यालयों की वेबसाइटों का भौतिक सत्यापन भी करने का फैसला किया है। अगर कोई जानकारी गलत पाई जाती है, तो उस पर कार्रवाई होगी। इन नियमों के अनुसार, विश्वविद्यालयों को वेबसाइट पर सही जानकारी प्रदान करने का मार्ग दिया गया है। यदि कोई विश्वविद्यालय इन नियमों का पालन नहीं करता, तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ उसकी मान्यता भी रद्द की जा सकती है। इससे पहले की तरह, यूजीसी ने अपने नियमों का पालन को बढ़ावा दिया है।

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