लेडी सिंघम इल्मा अफरोज ने छोड़ा सरकारी आवास : रातोंरात उठाया बड़ा कदम, शिमला से मेडल और सम्मान पत्र समेटकर मुरादाबाद पहुंचीं

UPT | इल्मा अफरोज

Nov 14, 2024 12:02

हिमाचल प्रदेश के बद्दी शहर में पुलिस अधीक्षक (एसपी) इल्मा अफरोज के बुधवार और गुरुवार को उठे अचानक कदमों ने स्थानीय लोगों के बीच हलचल मचा दी है। 27 जनवरी 2024 को पुलिस जिला बद्दी...

New Delhi News : हिमाचल प्रदेश के बद्दी शहर में पुलिस अधीक्षक (एसपी) इल्मा अफरोज के बुधवार और गुरुवार को उठे अचानक कदमों ने स्थानीय लोगों के बीच हलचल मचा दी है। 27 जनवरी 2024 को पुलिस जिला बद्दी में कार्यभार संभालने वाली इल्मा अफरोज खनन माफिया पर कड़ी कार्रवाई के लिए जानी जाती हैं। बुधवार रात शिमला से लौटने के बाद बृहस्पति को अपनी मां के साथ उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद चली गईं।

शिमला में हुई मुलाकात के बाद अचानक बद्दी लौटीं
इल्मा सात व आठ नवंबर को राज्य सचिवालय शिमला में होने वाले दो दिवसीय सम्मेलन की तैयारियों में जुटी थीं। बुधवार को वह इसी सिलसिले में शिमला पहुंचीं थीं। इस दौरान उनकी मुलाकात सरकार के नेताओं व पुलिस विभाग के आलाधिकारियों के साथ हुई। हालांकि, इस मुलाकात के बाद कुछ ऐसा हुआ कि उन्होंने शिमला से वापस लौटने का निर्णय लिया और रात को ही बद्दी पहुंचकर अपने घर से सारा सामान समेट लिया। देर रात बद्दी लौटने के बाद जब इल्मा अफरोज वीरवार सुबह शिमला में नहीं बल्कि बद्दी में नजर आईं तो यह खबर पूरे शहर में फैल गई। इससे जुड़े सूत्रों का कहना है कि पुलिस अधीक्षक ने अपना सम्मानित कार्यकाल और उपलब्धियां जैसे कि अवार्ड और मेडल, साथ में लेकर उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हो गईं।

विधायक राम कुमार चौधरी के साथ टकराव
इल्मा अफरोज के कार्यकाल के दौरान खासकर दून विधानसभा क्षेत्र के विधायक और मुख्य संसदीय सचिव राम कुमार चौधरी के साथ उनके बीच टकराव की स्थिति बन चुकी थी। 15 अगस्त को जब इल्मा पुलिस अधीक्षक के रूप में समारोह में शामिल नहीं हो पाई थीं तो विधायक राम कुमार चौधरी नाराज हो गए थे। इसके बाद जब उद्योग मंत्री ने पुलिस अधीक्षक के कार्यालय का दौरा किया था तो विधायक ने इस अवसर को छोड़ दिया। इसके बाद बद्दी पुलिस द्वारा अवैध खनन मामले में विधायक के परिवार के वाहनों का चालान करने को लेकर भी तनाव पैदा हुआ। विधायक राम कुमार चौधरी ने विधानसभा सत्र के दौरान पुलिस अधीक्षक की कार्यप्रणाली पर गंभीर आरोप लगाए थे और विशेषाधिकार हनन का नोटिस भी जारी किया था।

इल्मा अफरोज का कार्यकाल और भविष्य
इल्मा अफरोज के कार्यकाल में कई सुधार हुए। जिनमें नशा तस्करों और खनन माफिया पर कड़ी कार्रवाई, औद्योगिक क्षेत्र में अपराधों में कमी और वंचित वर्ग के बच्चों के लिए निश्शुल्क शिक्षा देने जैसे महत्वपूर्ण कार्य शामिल हैं। हालांकि, पुलिस अधीक्षक के स्थानांतरण की चर्चा पहले से चल रही थी लेकिन नालागढ़ में एक यौन शोषण मामले में हाई कोर्ट द्वारा स्थिति रिपोर्ट मांगे जाने के कारण उनका तबादला रोक दिया गया था। अब इल्मा अफरोज के अचानक छुट्टी पर जाने से यह संदेह और अटकलें और तेज हो गई हैं कि क्या यह उनका स्थानांतरण या किसी अन्य मामले से जुड़ी कोई और कार्रवाई का संकेत है।

Also Read