भारत देश में साल 2050 तक सबसे अधिक मुस्लिम आबादी होने का अनुमान है। प्यू रिसर्च सेंटर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत इंडोनेशिया को पछाड़कर दुनिया में सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाला देश बन जाएगा...
Dec 26, 2024 18:28
भारत देश में साल 2050 तक सबसे अधिक मुस्लिम आबादी होने का अनुमान है। प्यू रिसर्च सेंटर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत इंडोनेशिया को पछाड़कर दुनिया में सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाला देश बन जाएगा...
तीन में से दो लोग होंगे हिंदू
भारत में मुस्लिम आबादी की वृद्धि के कारण यह प्रतिशत 2010 में 14.4 प्रतिशत से बढ़कर 2050 तक कुल जनसंख्या का 18.4 प्रतिशत हो जाएगा। हालांकि, भारत में तीन में से दो लोग अभी भी हिंदू होंगे। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि भारत में ईसाई आबादी, जो वर्तमान में 2.5 प्रतिशत है, 2050 तक घटकर 2.3 प्रतिशत रह जाएगी। भारत में मुस्लिमों की संख्या बढ़ने के बावजूद हिंदू धर्म के अनुयायी सबसे बड़ी संख्या में बने रहेंगे।
ईसाई धर्म के अनुयायियों से अधिक होगी मुस्लिम आबादी
प्यू रिसर्च सेंटर ने अपनी एक और रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया है कि इस्लाम, जो वर्तमान में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा धर्म है, सबसे तेजी से बढ़ने वाला धर्म बन जाएगा। अगर जनसांख्यिकीय रुझान इस तरह जारी रहे, तो इस सदी के अंत तक मुस्लिम आबादी ईसाई धर्म के अनुयायियों की संख्या से अधिक हो सकती है। 2010 तक, दुनिया में 1.6 बिलियन मुसलमान थे, जो वैश्विक आबादी का लगभग 23 प्रतिशत थे। अब इस आंकड़े में भारी वृद्धि की संभावना है।
इंडोनेशिया को छोड़ देगा पीछे
गौरतलब है कि 2050 तक, दुनिया की मुस्लिम आबादी में 73 प्रतिशत तक वृद्धि होने की उम्मीद है, जिससे कुल मुस्लिम आबादी 2.8 बिलियन हो जाएगी। अधिकांश मुसलमान एशिया-प्रशांत क्षेत्र में रहते हैं, जिसमें भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, ईरान और तुर्की जैसी बड़ी आबादी शामिल हैं। वर्तमान में इंडोनेशिया में सबसे अधिक मुस्लिम आबादी है, लेकिन 2050 तक भारत यह आंकड़ा पार कर जाएगा और 31 करोड़ मुसलमानों के साथ सबसे बड़ा मुस्लिम देश बन जाएगा।
यूरोपीय देशों में भी बढ़ रही संख्या
प्यू रिसर्च सेंटर की रिपोर्ट के अनुसार, यूरोपीय देशों में भी मुसलमानों की संख्या बढ़ रही है। अनुमान है कि 2050 तक यूरोप की कुल आबादी में दस प्रतिशत मुसलमान होंगे। हालांकि, लैटिन अमेरिका और कैरेबियाई देशों में मुसलमानों की संख्या में वृद्धि की उम्मीद नहीं है, लेकिन अन्य क्षेत्रों में इस धर्म के अनुयायियों की संख्या बढ़ने की संभावना है। बता दें कि 2015 में प्यू ने यह संकेत दिया था कि मुसलमान भविष्य में दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक समूह बन सकते हैं।
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