शिक्षक भर्ती में बड़ा ट्विस्ट : 4 जनवरी को प्रयागराज में होगा ऐतिहासिक निर्णय, जानें क्या बदलने वाला है

UPT | शिक्षा सेवा चयन आयोग प्रयागराज

Dec 30, 2024 01:57

उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग ने प्राथमिक से उच्च शिक्षा तक शिक्षकों की नई भर्ती प्रक्रिया को गति देने के लिए 4 जनवरी को एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया है।

Prayagraj News : प्रयागराज में उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग (UPESSSC) ने प्राथमिक से उच्च शिक्षा तक शिक्षकों की नई भर्ती प्रक्रिया को गति देने के लिए 4 जनवरी को एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया है। इस बैठक में शिक्षा विभाग के विभिन्न निदेशकों और विभागाध्यक्षों को शामिल होने का निर्देश दिया गया है। आयोग ने इससे पहले सभी विभागाध्यक्षों से नई भर्ती के लिए अधियाचन (रिक्त पदों की सूचना) भेजने को कहा था।

बैठक का एजेंडा क्या होगा और किस पर चर्चा होगा
1- अधियाचन पर चर्चा
प्राथमिक विद्यालयों, अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों, अशासकीय महाविद्यालयों, अल्पसंख्यक महाविद्यालयों और अटल आवासीय विद्यालयों में रिक्त शिक्षकों के पदों के लिए अधियाचन की स्थिति पर विस्तार से चर्चा होगी।  संबंधित विभागों से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि नई भर्ती के लिए अधियाचन आयोग को जल्द से जल्द भेज दिया जाए।

2- लंबित भर्तियों पर निर्णय
अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों पर लंबित भर्ती के लिए फरवरी में परीक्षा कराने की योजना है। अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में टीजीटी पीजीटी के 4163 पदों पर भर्ती के लिए अप्रैल में परीक्षा आयोजित करने की तैयारी की जाएगी।

3- लंबित मुकदमों का निस्तारण
आयोग के पैनल में शामिल अधिवक्ताओं की बैठक भी 4 जनवरी को होगी, जिसमें लंबित मुकदमों के शीघ्र निस्तारण के लिए रणनीति बनाई जाएगी। आयोग के गठन से पहले उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड और उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग से संबंधित मुकदमों के निस्तारण की जिम्मेदारी भी शिक्षा सेवा चयन आयोग के पास है।

भर्तियों में तेजी की तैयारी
महाकुंभ 2025 के बाद आयोग नई शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को तेज करने की योजना बना रहा है। आयोग की यह पहल शिक्षण संस्थानों में लंबे समय से रिक्त पदों को भरने और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है। बैठक में तय किया जाएगा कि विभिन्न विभाग नई भर्ती प्रक्रिया के लिए अधियाचन आयोग को कब तक उपलब्ध कराएंगे।

महत्वपूर्ण घोषणाएं
फरवरी 2024: अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों पर परीक्षा। अप्रैल 2024: अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में टीजीटी-पीजीटी के 4163 पदों पर परीक्षा। नवीन शिक्षक भर्ती के दायरे में शामिल संस्थान के नाम निम्न प्रकार से है जिनमें परिषदीय विद्यालय, अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय, अशासकीय महाविद्यालय, अल्पसंख्यक महाविद्यालय, अटल आवासीय विद्यालय शामिल हैं।

शिक्षा सेवा चयन आयोग की भूमिका
शिक्षा सेवा चयन आयोग का गठन शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को एकीकृत और पारदर्शी बनाने के लिए किया गया है। यह आयोग विभिन्न स्तरों के शिक्षकों की नियुक्ति और संबंधित विवादों के समाधान की जिम्मेदारी निभा रहा है। 4 जनवरी की बैठक प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और रिक्त पदों को शीघ्र भरने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल शिक्षण संस्थानों को सक्षम शिक्षक मिलेंगे, बल्कि विद्यार्थियों की शैक्षिक गुणवत्ता में भी सुधार होगा।

उम्मीद और महत्व संभावित प्रभाव
शिक्षा सेवा चयन आयोग की सक्रियता और तेज गति से प्रक्रिया को पूरा करने की योजना से शिक्षकों की कमी का समाधान होगा। वहीं, लंबित मुकदमों के निस्तारण से नियुक्ति प्रक्रिया में होने वाली देरी कम होगी। 4 जनवरी की यह बैठक नई शिक्षक भर्तियों को लेकर प्रदेश में शिक्षा क्षेत्र में बड़ा बदलाव ला सकती है। आयोग की पहल से न केवल शिक्षकों को रोजगार मिलेगा, बल्कि शिक्षा के स्तर को भी नया आयाम मिलेगा।

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