सीएम योगी ने महाकुंभ की तैयारियों का लिया जायजा : प्रयागराज में निर्माणाधीन स्टील ब्रिज का किया निरीक्षण, संगम पर की पूजा

UPT | निरीक्षण करते सीएम योगी आदित्यनाथ

Dec 31, 2024 16:41

महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक दिनी दौरा किया। इस दौरान उन्होंने संगम ऐरावत घाट, संगम नोज घाट और फाफामऊ में गंगा नदी पर बन रहे स्टील ब्रिज का निरीक्षण किया।

Prayagraj News : प्रयागराज में 2025 के महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक दिनी दौरा किया। इस दौरान उन्होंने संगम ऐरावत घाट, संगम नोज घाट और फाफामऊ में गंगा नदी पर बन रहे स्टील ब्रिज समेत कई प्रमुख स्थलों का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने इस महाकुंभ को भव्य, दिव्य और सुरक्षित बनाने के अपने संकल्प को दोहराया।

फाफामऊ में निर्माणाधीन स्टील ब्रिज का निरीक्षण
मुख्यमंत्री ने फाफामऊ में गंगा नदी पर बन रहे 450 मीटर लंबे स्टील ब्रिज का जायजा लिया। यह ब्रिज सिक्सलेन पुल का विकल्प होगा और तीर्थयात्रियों के लिए संगम जाने का सबसे सहज मार्ग बनेगा। मुख्यमंत्री ने कहा, यह स्टील ब्रिज पश्चिमी उत्तर प्रदेश, अयोध्या, गोरखपुर, लखनऊ, दिल्ली, उत्तराखंड और राजस्थान से आने वाले तीर्थयात्रियों को नगर में प्रवेश किए बिना सीधे महाकुंभ क्षेत्र तक पहुंचने की सुविधा देगा।

स्टील ब्रिज की विशेषताएं
स्टील ब्रिज की विशेषताओं की अगर बात की जाए तो लंबाई और निर्माण सामग्री: 450 मीटर लंबा, 4500 टन स्टील का उपयोग किया गया है। तीन किलोमीटर लंबी एप्रोच रोड का निर्माण किया। ब्रिज का लोड टेस्टिंग कार्य पूरा हो चुका है। वाहनों को गंगा किनारे रिवर फ्रंट रोड के माध्यम से कुंभ क्षेत्र में प्रवेश मिलेगा। इस ब्रिज के निर्माण से महाकुंभ में श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए यात्रा अनुभव अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक होगा।

संगम घाटों का निरीक्षण और स्नान की तैयारियां
संगम ऐरावत घाट और संगम नोज घाट का निरीक्षण करते हुए मुख्यमंत्री ने स्नान घाटों पर बेहतर व्यवस्थाओं को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा, हर तीर्थयात्री का स्नान सुरक्षित हो, इसके लिए व्यवस्थाओं में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने किले के समीप तैयार हो रहे वीआईपी घाट का औचक निरीक्षण किया। यहां से उन्होंने त्रिवेणी संगम पहुंचकर संगम पर पूजा-अर्चना की और बड़े हनुमान जी के दर्शन किए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वीआईपी घाट को इस तरह विकसित किया जाए कि यह आने वाले गणमान्य व्यक्तियों के लिए एक आदर्श स्थल बने।

महाकुंभ के लिए प्रमुख कदम 
प्लास्टिक मुक्त महाकुंभ :पूरे क्षेत्र को सिंगल यूज प्लास्टिक फ्री बनाया जा रहा है। कैरी बैग, होर्डिंग-बैनर जैसे सभी सामग्री बायोडिग्रेडेबल होंगी।
कुंभ सेवा मित्र :घाट प्रबंधन और श्रद्धालुओं की सहायता के लिए 5000 कुंभ सेवा मित्रों की तैनाती की गई है। इन्हें विधिवत प्रशिक्षण दिया जाएगा।
सुरक्षा और साफ-सफाई : स्नान घाटों पर सुरक्षा उपायों और साफ-सफाई की सख्त निगरानी।

महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाने की तैयारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ 2025 के आयोजन को विश्वस्तरीय बनाने के लिए हर पहलू पर ध्यान दिया जा रहा है। इस बार का कुंभ आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक होगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और आधुनिक तकनीकी सुविधाओं का अनूठा संगम भी प्रस्तुत करेगा।श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा सर्वोपरि। पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाना। बायोडिग्रेडेबल सामग्री का उपयोग सुनिश्चित करना।

Also Read