महाकुंभ 2025 : योगी सरकार रखेगी श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य का ख्याल, हाईटेक अस्थाई अस्पतालों की मिलेगी सुविधा

UPT | महाकुंभ 2025

Oct 27, 2024 17:22

योगी सरकार महाकुंभ 2025 के दौरान श्रद्धालुओं की सेहत का विशेष ध्यान रखते हुए व्यापक तैयारियों में जुटी है। श्रद्धालुओं के लिए एक्सरे, एमआरआई और लैब टेस्ट जैसी चिकित्सा सुविधाएं की जा रही हैं।

Prayagraj News : महाकुंभ 2025 के दौरान योगी सरकार श्रद्धालुओं की सेहत का विशेष ध्यान रखते हुए व्यापक तैयारियों में जुटी है। यह विश्व का सबसे बड़ा सांस्कृतिक आयोजन है और इसे सुरक्षित और स्वस्थ बनाने के लिए विभागीय अधिकारियों को 15 दिसंबर तक सभी तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं। इस बार महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए एक्सरे, एमआरआई और लैब टेस्ट जैसी चिकित्सा सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इस आयोजन के लिए 10 लाख ओपीडी और 10 हजार आईपीडी तक की सेवा प्रदान करने का लक्ष्य रखा है, ताकि किसी भी स्थिति में श्रद्धालुओं को समय पर उचित उपचार उपलब्ध कराया जा सके।



महाकुंभ के लिए हाईटेक अस्थाई अस्पतालों की स्थापना
महाकुंभ के दौरान अस्थाई अस्पतालों की व्यवस्था प्रमुखता से की जा रही है। रायबरेली एम्स के चिकित्सकों की विशेष टीम श्रद्धालुओं की देखभाल के लिए इन अस्पतालों में तैनात रहेगी। परेड ग्राउंड में 100 बेड का बड़ा अस्पताल स्थापित किया जा रहा है जो पूरी तरह से हाईटेक होगा और किसी भी आपात स्थिति में तीव्रता से इलाज प्रदान करने में सक्षम होगा। प्रयागराज में संयुक्त निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य), वीके मिश्र ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर स्वास्थ्य सुविधाओं को अत्याधुनिक बनाने के लिए दिन-रात काम किया जा रहा है, ताकि महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य से संबंधित किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो।

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प्रमुख स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता
महाकुंभ में चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए सभी प्रमुख अस्पतालों को अपग्रेड किया जा रहा है। आयोजन स्थल पर जहां 10 लाख ओपीडी सेवाओं का लक्ष्य रखा गया है, वहीं 10 हजार आईपीडी की क्षमता भी तैयार की गई है, ताकि गंभीर रोगियों का उपचार तुरंत शुरू किया जा सके। इस दौरान कई तरह के मेडिकल टेस्ट जैसे एक्सरे, एमआरआई और लैब टेस्ट की सुविधा भी प्रदान की जाएगी। जो इस आयोजन को पहले से अधिक सुरक्षित और सेहतमंद बनाएंगे। प्रत्येक अस्पताल में मेडिकल स्टाफ की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ ही आवश्यक दवाइयों और संसाधनों का भी स्टॉक तैयार रखा जाएगा।

महाकुंभ के अस्पताल प्रोजेक्ट में 77.5 करोड़ का निवेश
योगी सरकार महाकुंभ के दौरान चिकित्सा सेवाओं को प्रभावी बनाने के लिए 77.5 करोड़ रुपये से अधिक के 43 प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। इन प्रोजेक्ट्स के तहत नए अस्पतालों की स्थापना, मौजूदा अस्पतालों की मरम्मत, और आधुनिक चिकित्सा उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। इसके साथ ही एम्बुलेंस सेवा को भी सक्रिय रखा गया है ताकि किसी भी प्रकार की इमरजेंसी स्थिति में श्रद्धालुओं को तुरंत मेडिकल सहायता उपलब्ध कराई जा सके।

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स्वास्थ्य कर्मचारियों की विशेष टीम
स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक वीके मिश्र ने बताया कि महाकुंभ में किसी भी श्रद्धालु को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी का सामना न करना पड़े इसके लिए विशेष मेडिकल टीमों की नियुक्ति की जा रही है। टीम में अनुभवी चिकित्सक, नर्स और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारी शामिल होंगे, जो 24 घंटे सेवा देने के लिए तत्पर रहेंगे। यह टीम दिन-रात अपने काम में जुटी हुई है और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से समर्पित है।

आधुनिक सुविधाओं से लैस महाकुंभ
महाकुंभ 2025 को भव्य और दिव्य बनाने के लिए योगी सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है। इस आयोजन को सुरक्षित और स्वास्थ्यप्रद बनाने के लिए व्यापक तैयारियों के साथ हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इस बार के महाकुंभ में उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सुविधाएं और हाईटेक अस्पतालों की स्थापना से श्रद्धालु एक सुरक्षित और संतोषजनक अनुभव प्राप्त कर सकेंगे।

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