Mahakumbh 2024 : महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने बनाया अलग अर्धनारीश्वर धाम, विदेशी किन्नरों को दीक्षा देने का ऐलान

UPT | महामंडलेश्वर हिमांगी सखी

Oct 21, 2024 14:51

प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2024 के दौरान किन्नर समाज को एकजुट करने और उनके उत्थान के लिए एक विशेष धाम का गठन किया गया है।

Prayagraj News : प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2024 के दौरान किन्नर समाज को एकजुट करने और उनके उत्थान के लिए एक विशेष धाम का गठन किया गया है। इस धाम का नाम 'अर्धनारीश्वर धाम' रखा गया है, जिसकी स्थापना निर्मोही अखाड़े की महामंडलेश्वर स्वामी हिमांगी सखी ने की है। स्वामी हिमांगी, जो पशुपति पीठ नेपाल से भी जुड़ी हुई हैं, ने महाकुंभ में घोषणा की कि किन्नर समाज के वंचित संतों को महामंडलेश्वर और मंडलेश्वर के पद पर अभिषेक किया जाएगा। यह घोषणा रविवार को हुई और इसमें किन्नर समाज के उत्थान के लिए किए जा रहे प्रयासों का उल्लेख किया गया।

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अर्धनारीश्वर धाम में दीक्षा और श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन
महामंडलेश्वर हिमांगी सखी, जो पांच भाषाओं में श्रीमद्भागवत कथा करवा चुकी हैं, इस बार महाकुंभ में विभिन्न भाषाओं में कथा का आयोजन करेंगी। उन्होंने मुंबई में अर्धनारीश्वर धाम की स्थापना की थी और अब महाकुंभ में इसका विस्तार किया है। उनके शिविर में धार्मिक अनुष्ठानों के साथ-साथ सामाजिक जागरूकता अभियानों का भी आयोजन किया जाएगा। कथा के अलावा पूजन-हवन और भंडारा भी चलेगा, जिसमें देश-विदेश से बड़ी संख्या में शिष्य और किन्नर शामिल होंगे। खास बात यह है कि इस धाम में आठ देशों के किन्नरों को दीक्षा दी जाएगी, जिनमें जर्मनी, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, ब्राजील, रूस, नेपाल जैसे देशों से आए किन्नर प्रमुख हैं।

महाकुंभ में कल्पवास और गंगा स्नान
महाकुंभ के दौरान अर्धनारीश्वर धाम के शिविर में आने वाले किन्नर संत संगम की रेती पर कल्पवास करेंगे। वे रोज सुबह और शाम गंगा स्नान करेंगे और धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेंगे। इसके अलावा, देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु और किन्नर संत अयोध्या धाम जाकर भगवान श्रीराम के दर्शन-पूजन भी करेंगे। महाकुंभ के दौरान अर्धनारीश्वर धाम में किन्नर संतों को महामंडलेश्वर और मंडलेश्वर की पदवी भी प्रदान की जाएगी, जिसका पट्टाभिषेक मौनी अमावस्या के दिन किया जाएगा। 



प्रयागराज के धार्मिक स्थलों का दौरा
महामंडलेश्वर स्वामी हिमांगी सखी ने यह भी बताया कि महाकुंभ के दौरान वह प्रयागराज के आसपास स्थित वाराणसी, चित्रकूट, कौशांबी, कुशीनगर और मिर्जापुर जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों पर दर्शन-पूजन करेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकारों द्वारा महाकुंभ का प्रचार-प्रसार बड़े पैमाने पर हो रहा है, जिससे इस बार स्नानार्थियों और श्रद्धालुओं की संख्या अधिक रहने की संभावना है।

महामंडलेश्वर हिमांगी सखी की तैयारियां
महामंडलेश्वर हिमांगी सखी 28 अक्टूबर को महाकुंभ की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए प्रयागराज आएंगी। इस दौरान वह कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद से मिलकर अर्धनारीश्वर धाम के लिए जमीन और अन्य सुविधाओं की मांग करेंगी। 

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पट्टाभिषेक समारोह में 13 अखाड़ों को आमंत्रण
श्रीपंच दशनाम संत श्रीगुरुदत्त अखाड़े द्वारा 26 अक्टूबर को आयोजित पट्टाभिषेक समारोह में सभी 13 अखाड़ों को आमंत्रित किया गया है। इस समारोह में संरक्षक चेतन गिरि और संस्थापक आदित्यनंद गोल्ड गिरि 25 अक्टूबर को यहां पहुंचेंगे। अखाड़े के प्रतिनिधियों ने बताया कि यह अखाड़ा वंचित संतों के सम्मान के लिए काम करेगा और सनातनी संस्कृति के उत्थान के प्रति समर्पित रहेगा।

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