महाकुंभ में स्नान के लिए बना त्रिस्तरीय सुरक्षा चक्र : इस घाट पर रहेगी स्पेशल फोर्स, जवान करेंगे श्रद्धालुओं की हिफाजत

UPT | महाकुंभ में संगम स्नान के लिए बना त्रिस्तरीय सुरक्षा चक्र

Nov 25, 2024 18:03

महाकुंभ को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़े पैमाने पर सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी की है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में 45 करोड़ लोगों के संगम स्नान का पूरा प्लान तैयार कर लिया गया है...

Prayagraj News : महाकुंभ को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़े पैमाने पर सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी की है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में 45 करोड़ लोगों के संगम स्नान का पूरा प्लान तैयार कर लिया गया है। इसके लिए जल पुलिस के लिहाज से त्रिस्तरीय सुरक्षा चक्र बनाया गया है। इससे एक-एक श्रद्धालु की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।

किला घाट पर होगी विशेष सुरक्षा व्यवस्था
किला घाट जो वीआईपी मूवमेंट का केंद्र है उस पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। यहां स्पेशल फोर्स की तैनाती की जा रही है ताकि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। इसके अलावा सरस्वती घाट से संगम घाट तक कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की जा रही है। इस दौरान घाट पर चौतरफा जाल लगाने का कार्य अंतिम चरण में पहुंच चुका है और डीप बैरिकेडिंग की जा रही है।



श्रद्धालुओं की सुरक्षा में तैनात रहेगी फोर्स
जल पुलिस के प्रभारी जनार्दन प्रसाद साहनी ने बताया कि महाकुंभ से पहले सभी बोटों की जांच की जा रही है। इसके लिए टेस्टर बोट की व्यवस्था की गई है, जो पहले किसी भी बोट की जांच करेगी। संतोषजनक परिणाम मिलने पर ही बोट को पानी में उतारा जाएगा। संगम नोज से किला घाट तक सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं, जिसमें पीएसी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के जवान श्रद्धालुओं की सुरक्षा में तैनात रहेंगे। श्रद्धालुओं के सुरक्षित स्नान के लिए नावों पर विशेष लाल पट्टी लगाई जाएगी जो उन्हें सतर्क करेगी। यह उपाय यह सुनिश्चित करेगा कि स्नान के बाद श्रद्धालुओं को बाहर निकलने में कोई परेशानी न हो।

जांच के बाद श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे घाट
महाकुंभ के दौरान संगम में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस का झंडा लगी नाव 24 घंटे तैनात रहेगी। यदि किसी भी प्रकार का खतरा महसूस होता है तो सुरक्षाकर्मी तुरंत मौके पर पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि महाकुंभ में आने वाले हर श्रद्धालु को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इसके लिए हर घाट की जांच के बाद ही उसे श्रद्धालुओं के लिए खोला जाएगा। अरैल, झूसी, फाफामऊ और सोमेश्वर घाट पर भी सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं।

त्रिस्तरीय सुरक्षा चक्र की कार्यप्रणाली
  • पहला चक्र: क्राउड मैनेजमेंट के लिए घाट के बाहर तैनात रहेगा। यदि भीड़ अधिक हो जाती है तो श्रद्धालुओं को अलग-अलग रास्तों से डायवर्ट किया जाएगा।
  • दूसरा चक्र: स्नान के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नाव पर तैनात रहेगा, जिससे जरूरतमंदों तक सहायता तुरंत पहुंच सके।
  • तीसरा चक्र: स्नान करने के बाद श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकालने में मदद करेगा, ताकि किसी भी प्रकार की भीड़ से बचा जा सके।

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