Prayagraj News : महाकुंभ में रेलवे ने पेश कीं नई सुविधाएं, 22 भाषाओं में तैयार पुस्तिका का विमोचन... 

UPT | घोषणा प्रणाली और यात्री पुस्तिका का विमोचन करते रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव।

Jan 13, 2025 13:06

महाकुंभ 2025 के लिए रेलवे ने अपनी तैयारियों को नए आयाम दिए हैं। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रयागराज क्षेत्र में रेलवे की कई प्रमुख परियोजनाओं और सुविधाओं का उद्घाटन किया। इन तैयारियों का उद्देश्य महाकुंभ के दौरान आने वाले 40...

Prayagraj News : महाकुंभ 2025 के लिए रेलवे ने अपनी तैयारियों को नए आयाम दिए हैं। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रयागराज क्षेत्र में रेलवे की कई प्रमुख परियोजनाओं और सुविधाओं का उद्घाटन किया। इन तैयारियों का उद्देश्य महाकुंभ के दौरान आने वाले 40 करोड़ श्रद्धालुओं को सुरक्षित, सुविधाजनक और आधुनिक यात्रा अनुभव प्रदान करना है।

कुंभ वार रूम का उद्घाटन 
रेलवे बोर्ड ने कुंभ वार रूम का शुभारंभ किया है, जो 24x7 कार्य करेगा। यह वार रूम ऑपरेटिंग, कमर्शियल, आरपीएफ, मैकेनिकल, इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रिकल विभागों के अधिकारियों की टीम से सुसज्जित रहेगा।

प्रमुख विशेषताएं 
सीसीटीवी मॉनिटरिंग : 1,176 सीसीटीवी कैमरों से लाइव फीड की मॉनिटरिंग की जाएगी। इसमें प्लेटफॉर्म, स्टेशन, मंडल, जिला, जोनल रेलवे बोर्ड को लाइव देखा जा रहा है। वार रूम के माध्यम से रेलवे और जिला प्रशासन के बीच बेहतर समन्वय स्थापित किया गया है, जिससे यात्रियों को तत्काल सहायता मिल सके।

घोषणा प्रणाली और यात्री पुस्तिका का विमोचन
प्रयागराज, नैनी, छिवकी और सुबेदारगंज स्टेशनों पर 12 भाषाओं में उद्घोषणा प्रणाली शुरू की गई। यात्रियों को उपयोगी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए 22 भाषाओं में तैयार विशेष पुस्तिका का विमोचन किया गया।

रेलवे नेटवर्क और यात्री सुविधाओं का विस्तार
विशेष ट्रेनों का संचालन : महाकुंभ के दौरान कुल 13,000 ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। जिसमें 10,000 नियमित ट्रेनें चलाई जाएंगी। 3,134 विशेष ट्रेनें (पिछले कुंभ से 4.5 गुना अधिक), 1,869 शॉर्ट डिस्टेंस ट्रेनें, 706 लॉन्ग डिस्टेंस ट्रेनें। 559 रिंग ट्रेनें चलाई जाएंगी। इसके साथ ही मालगाड़ियों को डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (DFC) पर डायवर्ट किया जाएगा।

आधारभूत परियोजनाएं और निवेश
बीते तीन वर्षों में 5,000 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। इसमें 3,700 करोड़ की लागत से प्रमुख परियोजनाएं चलाई गईं, जिसमें बनारस-प्रयागराज डबलिंग (गंगा ब्रिज सहित), फाफामऊ-जंघई डबलिंग शामिल है। यात्रियों के लिए विशेष सुविधाएं शुरू की गईं हैं। 48 प्लेटफॉर्म और 21 फुटओवर ब्रिज (FoBs) बनाए गए हैं। 23 स्थायी होल्डिंग एरिया, जिनकी कुल क्षमता एक लाख से अधिक है। 554 टिकटिंग काउंटर, जिनमें 151 मोबाइल UTS काउंटर शामिल है। 21 ROBs/RUBs का निर्माण सड़कों और रेलवे की सुगम आवाजाही के लिए किया गया है। सभी 9 प्रमुख स्टेशनों पर 12 भाषाओं में उद्घोषणा प्रणाली के साथ ही श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रंग-कोडेड टिकट और बारकोडेड UTS प्रणाली का संचालन किया जा रहा है।

कुंभ में भीड़ प्रबंधन की चुनौती और समाधान
महाकुंभ में 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है, जिसमें मौनी अमावस्या के दिन 5 करोड़ श्रद्धालु शामिल होंगे। इस भीड़ को नियंत्रित करने और सुविधाएं प्रदान करने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। 1,176 सीसीटीवी कैमरों से लाइव मॉनिटरिंग की जाएगी। 23 होल्डिंग एरिया, जिनकी कुल क्षमता 1 लाख से अधिक है। कुंभ वार रूम और रेलवे नेटवर्क के माध्यम से यात्रियों को सुरक्षित और तकनीकी रूप से उन्नत अनुभव प्रदान किया जाएगा।

श्रद्धालुओं के लिए बड़ी राहत
केंद्रीय रेल मंत्री ने कहा कि महाकुंभ 2025 एक ऐतिहासिक आयोजन होगा। रेलवे ने इसे सफल बनाने के लिए व्यापक स्तर पर योजनाएं बनाई हैं। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि प्रत्येक श्रद्धालु को सुरक्षित, सुव्यवस्थित और आधुनिक सुविधाएं मिलें।

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