भरतिया कॉलोनी विवाद : हिंदू आबादी वाले इलाके में मुस्लिम के मकान खरीदने पर मचा हंगामा, संगठनों ने जताया विरोध

UPT | भारतीय कॉलोनी विवाद

Sep 09, 2024 19:28

मुस्लिम युवक द्वारा मकान खरीदने और उसमें नमाज़ पढ़े जाने की कथित घटना को लेकर हंगामा हो गया है। भरतिया कॉलोनी, जो कि हिंदू बाहुल्य क्षेत्र है, में एक मुस्लिम व्यक्ति ने बैंक के माध्यम से एक मकान खरीद लिया...

Short Highlights
  • मुजफ्फरनगर की भारतीय कॉलोनी में विवाद
  • हिंदू बाहुल्य क्षेत्र में मुस्लिम के घर खरीदने से हंगामा
  • संगठनों ने मदरसा शुरू करने की जताई आशंका
Muzaffarnagar News : मुजफ्फरनगर में हिंदू बाहुल्य क्षेत्र भरतिया कॉलोनी में एक विवाद ने जन्म ले लिया है। यहां पर एक मुस्लिम युवक द्वारा मकान खरीदने और उसमें नमाज़ पढ़े जाने की कथित घटना को लेकर हंगामा हो गया है। भरतिया कॉलोनी, जो कि हिंदू बाहुल्य क्षेत्र है, में एक मुस्लिम व्यक्ति ने बैंक के माध्यम से एक मकान खरीद लिया। इस मकान के अंदर नमाज़ पढ़े जाने का आरोप लगाया गया, जिसके बाद स्थानीय हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।

मदरसा शुरू करने की आशंका
इस मामले में हिंदू संगठनों का दावा है कि इस मकान में नमाज़ पढ़ी जा रही है और इसके अलावा कई संगठनों के कार्यालय भी चल रहे हैं। जब पुलिस और हिंदू संगठनों के प्रतिनिधि मौके पर पहुंचे, तो उन्होंने पाया कि मकान के अंदर कई कमरे बनाए जा रहे हैं और वहां आवाम ए हिंद पार्टी के कार्यालय का बोर्ड भी लगा हुआ है। इस घटना ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया, क्योंकि हिंदू संगठनों ने आशंका जताई कि इस भवन में मदरसा चलाया जा सकता है।



हिंदू संगठन ने दी चेतावनी
संगठनों का कहना है कि इस भवन को मुस्लिम समुदाय से खाली नहीं कराया गया, तो कॉलोनी के हिंदू निवासी पलायन कर सकते हैं। इस घटना के बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है और पुलिस को मौके पर तैनात किया गया है। ललित माहेश्वरी, संजय मित्तल, सभासद राहुल पंवार और विकल्प जैन सहित बड़ी संख्या में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता इस प्रदर्शन में शामिल हुए ।

पुलिस कर रही स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास
पुलिस ने फिलहाल स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास किए हैं, लेकिन हिंदू संगठनों की मांग है कि मकान को खाली कराया जाए। यह मामला इलाके में साम्प्रदायिक तनाव को और बढ़ा सकता है, जिससे स्थानीय प्रशासन को सावधानीपूर्वक कार्रवाई करने की आवश्यकता है।  वहीं इस स्थिति के चलते, स्थानीय प्रशासन और पुलिस को इस मुद्दे को सुलझाने के लिए सतर्क रहना पड़ रहा है, ताकि किसी भी प्रकार की सांप्रदायिक हिंसा को रोका जा सके।

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