वाराणसी का नया आकर्षण : 'नमो घाट' का उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ करेंगे उद्घाटन, पर्यटन, आस्था और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा

UPT | प्रोग्राम की तैयारी लगभग पूरी

Nov 15, 2024 00:35

काशी के अर्धचंद्राकार घाटों की धारा में एक नए मॉडल घाट का शुभारंभ होने वाला है। यह नया घाट 'नमो घाट' के नाम से जाना जा रहा है, जो आधुनिकता और परंपरा का अद्वितीय मिश्रण है।

Varanasi News : काशी के अर्धचंद्राकार घाटों की धारा में एक नए मॉडल घाट का शुभारंभ होने वाला है। यह नया घाट 'नमो घाट' के नाम से जाना जा रहा है, जो आधुनिकता और परंपरा का अद्वितीय मिश्रण है। इस घाट का औपचारिक उद्घाटन 15 नवंबर को भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ करेंगे। इस विशेष अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी भी उपस्थित रहेंगे।  

आधुनिक सुविधाओं के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर का विकास
नमो घाट को आधुनिक सुविधाओं के साथ तैयार किया गया है। यह वाराणसी का पहला मॉडल घाट है, जिसमें पर्यटकों के लिए विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान की गई हैं। इसके अंतर्गत फ्लोटिंग सीएनजी स्टेशन, ओपन एयर थिएटर, फ्लोटिंग जेटी पर बाथिंग कुंड, चेंजिंग रूम, योग स्थल, वाटर स्पोर्ट्स, कैफेटेरिया और बच्चों के खेलने के स्थान जैसी सुविधाएं शामिल हैं। यह घाट दिव्यांगजनों और बुजुर्गों के लिए भी पूरी तरह अनुकूल है, जहां माँ गंगा तक पहुंचने के लिए विशेष रैंप बनाए गए हैं।  

नमो घाट का स्कल्पचर बना आकर्षण का केंद्र
नमो घाट का एक प्रमुख आकर्षण है 'नमस्ते' का विशालकाय स्कल्पचर। इस स्कल्पचर की ऊंचाई पहले चरण में 25 फीट और दूसरे चरण में मेटल से बने स्कल्पचर की ऊंचाई 75 फीट रखी गई है। इसे भारत की आजादी के 75वें वर्ष के अमृत महोत्सव के अवसर पर स्थापित किया गया है। यह स्कल्पचर सूर्य के अभिवादन का प्रतीक बनकर काशी की नई पहचान बन गया है।  

पर्यटन, आस्था और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा
नमो घाट का पुनर्निर्माण 81000 स्क्वायर मीटर के क्षेत्र में 91.06 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। इस परियोजना को स्मार्ट सिटी मिशन और इंडियन ऑयल फाउंडेशन द्वारा वित्तपोषित किया गया है। घाट के पुनर्विकास में 'मेक इन इंडिया' और 'वोकल फॉर लोकल' का विशेष ध्यान रखा गया है। भविष्य में यहां वाटर एडवेंचर स्पोर्ट्स, हेली टूरिज्म और मॉर्निंग वॉक जैसी गतिविधियों का आनंद भी लिया जा सकेगा।  

गंगा के किनारे अंतरराष्ट्रीय सुविधाओं वाला पहला घाट
नमो घाट को वाराणसी के पहले ऐसे घाट के रूप में तैयार किया गया है, जो जल, थल और नभ से जुड़ा है। यहां हेलीकाप्टर उतरने की सुविधा है, जो इसे अन्य घाटों से विशेष बनाता है। गंगा को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए यहां देश का पहला फ्लोटिंग सीएनजी स्टेशन स्थापित किया गया है। सीएनजी स्टेशन के साथ ही पर्यटकों के लिए फ्लोटिंग बोट से श्री काशी विश्वनाथ धाम और गंगा आरती का आनंद लिया जा सकता है।  



स्मार्ट सिटी के साथ बनारसी खान-पान का भी होगा लुत्फ
नमो घाट पर ओपन थिएटर, लाइब्रेरी, लाउंज और फ़ूड कोर्ट जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी। यहां पर पर्यटक बनारसी खान-पान का स्वाद ले सकते हैं। इस घाट पर मल्टीपर्पज़ प्लेटफार्म का निर्माण भी किया गया है, जिससे यहाँ विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा सकेगा।  

सुरक्षा और स्थिरता का ध्यान
नमो घाट को बाढ़ से सुरक्षित रखने के लिए विशेष गेबियन और रेटेशन वाल का निर्माण किया गया है। घाट की संरचना को पुराने काशी के घाटों जैसा रूप दिया गया है, जिससे यह पारंपरिक और आधुनिकता का सही संयोजन प्रस्तुत करता है। इसके किनारे हरियाली के लिए पौधारोपण भी किया गया है।  

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