भारत और नेपाल राष्ट्रों में त्रेता युग से ही सम्बन्ध प्रगाढ़ रहा है। आज भी रोटी और बेटी का सम्बंध है। ऐसे में माता जानकी और प्रभु श्रीराम के विवाह का उल्लास....
Ayodhya News : माता सीता के मायके जनकपुर में राम सीता विवाह की धूम, सेवाभाव देखकर अयोध्या से गए बाराती गदगद
Dec 06, 2024 20:24
Dec 06, 2024 20:24
Ayodhya News : भारत और नेपाल राष्ट्रों में त्रेता युग से ही सम्बन्ध प्रगाढ़ रहा है। आज भी रोटी और बेटी का सम्बंध है। ऐसे में माता जानकी और प्रभु श्रीराम के विवाह का उल्लास कहीं अधिक हो जाता है। जनवरी 24 में अपने नव्य व भव्य मंदिर में प्रभु के विराजमान होने में तरह तरह की वस्तु एवं सामग्री जनकपुर से भेंट में अयोध्या लेकर लोग आए थे। इस बार और भव्यता के साथ तिलकोत्सव भी जनकपुर से मधेश प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा जनकपुर के मेयर 300 तिलकहरू के साथ तिलक लेकर आए थे। उसी भव्यता के साथ 26 नवम्बर को रथों में सवार होकर बाराती निकले हैं। जहां शुक्रवार को राम सीता का विवाह धूमधाम से हुआ।
धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है विवाहोत्सव : महापौर
अयोध्या के महापौर गिरीश पति त्रिपाठी और जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि आलोक सिंह रोहित था श्री राम जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय के नेतृत्व में बारात जनकपुर में है। अयोध्या महापौर गिरीश पति त्रिपाठी और जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि आलोक सिंह रोहित ने जनकपुर, नेपाल में आयोजित राम विवाह महोत्सव में शामिल होने के बाद कहा कि यह महोत्सव भगवान राम और माता सीता के विवाह की खुशी में मनाया जाता है। जो धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। महोत्सव के दौरान महापौर गिरीश पति त्रिपाठी और आलोक सिंह रोहित ने नेपाल के धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का सम्मान किया। उन्होंने इस पवित्र अवसर पर भगवान राम और माता सीता की पूजा अर्चना की और महोत्सव की भव्यता को सराहा। यह आयोजन अयोध्या और जनकपुर के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को प्रगाढ़ करने का एक महत्वपूर्ण कदम है।
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ऐसे आयोजनों से दोनों देशों के बीच भाईचारे और समझ को मिलता है बढ़ावा
महापौर त्रिपाठी और जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि रोहित ने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से दोनों देशों के बीच भाईचारे और समझ को बढ़ावा मिलता है। इस दौरान अयोध्या की सांस्कृतिक धरोहर को साझा करने के लिए एक साझा मंच पर स्थानीय लोगों से मिलकर चर्चा की गई और आगामी सहयोग की दिशा में विचार-विमर्श किया गया।
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