बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में निकाली गई पदयात्रा : सड़कों पर उतरे लोगों ने की नारेबाजी, संत-महात्मा भी हुए शामिल

सड़कों पर उतरे लोगों ने की नारेबाजी, संत-महात्मा भी हुए शामिल
UPT | हिंदुओं की ओर से निकाली गई जन आक्रोश पद यात्रा में शामिल संत व अन्य लोग।

Dec 03, 2024 20:30

बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर बढ़ती हिंसा और इस्कॉन संतों की गिरफ्तारी के विरोध में मंगलवार को बाराबंकी में विशाल धरना और आक्रोश पद यात्रा आयोजित की गई, जिसमें हजारों हिंदू समाज के लोग शामिल हुए।

Dec 03, 2024 20:30

Barabanki News : बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ बढ़ती हिंसा और इस्कॉन के संतों की गिरफ्तारी के विरोध में मंगलवार को बाराबंकी शहर में एक विशाल धरना एवं आक्रोश पद यात्रा का आयोजन किया गया। हिंदू रक्षा समिति के तत्वावधान में आयोजित इस प्रदर्शन में हजारों की संख्या में हिंदू समाज के लोग सड़कों पर उतरे और बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की। प्रदर्शन में संत महात्माओं, धार्मिक, व्यापारिक और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया।



पदयात्रा और विरोध की शक्ति 
पदयात्रा का आयोजन जीआईसी ऑडिटोरियम से शुरू होकर पटेल चौराहा तक किया गया, जिसमें साधु संतों ने अपनी अगुवाई की। इस पद यात्रा में महिलाओं और पुरुषों की बड़ी संख्या में भागीदारी रही। लोग हाथों में तख्तियां लिए हुए थे, जिन पर 'भारत माता की जय', 'वंदे मातरम' और 'जय श्रीराम' के गगनभेदी नारे लग रहे थे। यह यात्रा एकजुटता और गहरी नाराजगी का प्रतीक बनी, जिसमें हर वर्ग के लोग शामिल थे, जो बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ हो रहे अत्याचारों के खिलाफ अपनी आवाज उठाने आए थे।

पदयात्रा के समापन पर संतों ने एसडीएम आर. जगत साईं को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें बांग्लादेश में हिंदुओं, अल्पसंख्यकों और उनके पवित्र पूजा स्थलों पर हो रहे हमलों की कड़ी निंदा की गई। ज्ञापन में कहा गया कि बांग्लादेश में हिंदू समाज उत्पीड़न, शोषण और मानवीय अत्याचारों का शिकार हो रहा है, और इस स्थिति से बांग्लादेशी हिंदू समाज अत्यधिक व्यथित और पीड़ित है।

इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा बढ़ते हमले
ज्ञापन में यह भी कहा गया कि इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा हिंदुओं का शारीरिक और आर्थिक शोषण किया जा रहा है। उनके धार्मिक और व्यावसायिक स्थलों पर लूट और तोड़फोड़ की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। इसके साथ ही, कट्टरपंथी जिहादियों द्वारा महिलाओं और बच्चों पर मानवता को शर्मसार करने वाले कृत्य किए जा रहे हैं। इस ज्ञापन के जरिए बांग्लादेश में हिंदू समाज के खिलाफ हो रहे अमानवीय अत्याचारों की निंदा करते हुए, उनके धार्मिक स्थलों की सुरक्षा की मांग की गई है।

इस्कॉन के संन्यासी की गिरफ्तारी पर आक्रोश
ज्ञापन में बांग्लादेश में इस्कॉन के संन्यासी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया गया। इसे हिंदू समाज के लिए एक अपमानजनक कदम बताया गया और उनकी तत्काल रिहाई की मांग की गई। प्रदर्शनकारियों ने इस मुद्दे को उठाते हुए बांग्लादेश सरकार से यह सुनिश्चित करने की मांग की कि वहां हिंदू समुदाय और उनके धार्मिक स्थल सुरक्षित रहें और उनके अधिकारों की रक्षा की जाए।

धरना और वक्ताओं की अभिव्यक्ति
इससे पहले, जीआईसी ऑडिटोरियम में योग गुरु स्वामी चिन्मयानंद की अध्यक्षता में धरना आयोजित किया गया था। इस धरने को सामाजिक समरसता मंच के संयोजक नरेंद्र, भंते सीत सागर महाराज, गायत्री परिवार के एपी शर्मा, यज्ञाचार्य अरविंद मिश्रा, स्वामी भास्करानंद और सरदार हरपाल सिंह सहित कई अन्य प्रमुख वक्ताओं ने संबोधित किया। सभी ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों की कड़ी निंदा की और हिंदू समाज को एकजुट रहने का आह्वान किया। वक्ताओं ने इस मुद्दे को पूरी दुनिया में उठाने और बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाने की अपील की।

इस प्रदर्शन ने हिंदू समाज की एकजुटता और आक्रोश को स्पष्ट रूप से दिखाया, जिससे यह संदेश गया कि बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों के खिलाफ हिंदू समाज की आवाज और अधिक बुलंद होगी। 

ये भी पढ़े : कृषि मंत्री ने सपा नेताओं पर साधा निशाना : बोले- वह हमेशा धरने पर बैठते रहते हैं, कोई गंभीरता से नहीं लेता 

Also Read

कंडेक्टर की मौत, यात्री सुरक्षित, कानपुर से गोंडा जाते समय हुआ हादसा

4 Dec 2024 11:39 AM

बाराबंकी ओवरटेक के प्रयास में ट्रक ने रोडवेज बस को मारी टक्कर : कंडेक्टर की मौत, यात्री सुरक्षित, कानपुर से गोंडा जाते समय हुआ हादसा

बाराबंकी के रामनगर थाना क्षेत्र में तेज रफ्तार ट्रक ने कानपुर से गोंडा जा रही रोडवेज बस को टक्कर मार दी। हादसे में परिचालक की मौत हो गई, जबकि चालक और यात्री सुरक्षित हैं। और पढ़ें