Ballia News : फर्जी मस्टररोल से गबन में दोषी एपीओ की सेवा समाप्त, दो फर्म ब्लैकलिस्ट

फर्जी मस्टररोल से गबन में दोषी एपीओ की सेवा समाप्त, दो फर्म ब्लैकलिस्ट
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Dec 17, 2024 19:26

जिले के विकास खंड मुरली छपरा के सुकरौली गांव में मनरेगा योजना के तहत फर्जी मस्टररोल भरकर सरकारी धन के गबन का मामला सामने आया है।

Dec 17, 2024 19:26

Ballia News : जिले के विकास खंड मुरली छपरा के सुकरौली गांव में मनरेगा योजना के तहत फर्जी मस्टररोल भरकर सरकारी धन के गबन का मामला सामने आया है। इसमें दोषी पाए गए अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी (एपीओ) संजय कृष्ण भास्कर की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। यह कार्रवाई 2.90 लाख रुपये के गबन के बाद हुई, जिसकी पुष्टि जांच में हुई थी। सुकरौली निवासी कृष्ण यादव ने इस मामले की शिकायत करते हुए मनरेगा योजना में फर्जी भुगतान का आरोप लगाया था। शिकायत के आधार पर मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) ओजस्वी राज की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी गठित की गई। सीडीओ ने मामले की स्वयं जांच की, जिसमें आरोप सही पाए गए। जांच में एपीओ संजय कृष्ण भास्कर को दोषी मानते हुए उनकी सेवा समाप्त करने का निर्णय लिया गया।

जांच के बाद दो फर्मों पर कार्रवाई
सीडीओ ओजस्वी राज ने दलकी नम्बर-1, इब्राहिमाबाद उपरवार और सुकरौली गांव में मनरेगा योजना के तहत हुए कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। जांच में इब्राहिमाबाद उपरवार के कार्य संतोषजनक पाए गए, लेकिन दलकी नम्बर-1 और सुकरौली गांव में कुल छह कार्यों की सामग्रियों की गुणवत्ता मानकों पर खरा नहीं उतरी। पीडब्ल्यूडी और ग्रामीण अभियंत्रण विभाग की तकनीकी समिति ने इसे असंतोषजनक बताया। इस पर सीडीओ के निर्देश पर दोषी पाई गई सामग्रियों की आपूर्ति करने वाली दो फर्मों पर कार्रवाई की गई। मेसर्स अनन्या इंटरप्राइजेज सुकरौली और मेसर्स कार्तिक इंटरप्राइजेज सुकरौली को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति के निर्देशानुसार बलिया की मनरेगा वेबसाइट पर ब्लैकलिस्टेड कर दिया गया है।



प्रशासन की सख्त कार्रवाई
मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार को लेकर प्रशासन द्वारा की गई इस कार्रवाई से जिले में अधिकारियों और आपूर्तिकर्ताओं के बीच सख्त संदेश गया है। सीडीओ ने स्पष्ट किया कि सरकारी योजनाओं में किसी भी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी। इस पूरे मामले ने स्थानीय प्रशासन की सक्रियता को दिखाया है। गबन के आरोप सिद्ध होने पर जहां एपीओ की सेवा समाप्त कर दी गई है, वहीं दोषी फर्मों को ब्लैकलिस्ट कर एक मिसाल पेश की गई है।

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