बरेली में उत्तर प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के छह संस्थानों के पदाधिकारियों ने फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से करोड़ों रुपये का ऋण घोटाला किया है।इसके साथ ही सरकारी धन के दुरुपयोग का भी मामला सामने आया है। जिसके चलते उत्तर प्रदेश खादी तथा गामोद्योग बोर्ड लखनऊ ने इसकी शिकायत उत्तर प्रदेश शासन से की।
खादी ग्रामोद्योग बोर्ड में करोड़ों का फर्जी लोन घोटाला : बरेली में एंटी करप्शन ने नायब तहसीलदार और लेखपाल समेत 28 पर दर्ज कराया मुकदमा, जानें मामला ...
Jan 18, 2025 19:04
Jan 18, 2025 19:04
फर्जी भू-अभिलेख से लिया लाभ
एंटी करप्शन की त्रिस्तरीय समिति की प्रारंभिक जांच में यह खुलासा हुआ है कि इन संस्थानों ने आधारहीन दस्तावेजों के सहारे लोन लिया था। मगर, जब इस मामले को मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने गंभीरता से लिया, तो इसे एंटी करप्शन को सौंप दिया गया। जांच में सभी आरोप सही मिले। भ्रष्टाचार निवारण संगठन बरेली इकाई ने संबंधित आरोपियों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर लिया। इस मामले की विचेचना शुरु हो चुकी है। जांच में यह भी पाया गया है कि भूमि अभिलेखों की जांच करने वाले तहसील और अन्य विभागीय कर्मियों ने अपनी जिम्मेदारी का सही से निर्वहन नहीं किया था। इन कर्मियों पर फर्जी प्रपत्रों को सत्यापित करने का आरोप है। उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। एंटी करप्शन द्वारा की गई जांच में पता चला कि इन संस्थानों ने गलत तरीके से सरकारी योजनाओं का लाभ उठाना। फर्जी भूमि अभिलेख और अन्य प्रपत्रों के जरिए लोन स्वीकृत करवाए गए। इन संस्थानों के पदाधिकारियों ने धनराशि का उपयोग निर्धारित उद्देश्यों के बजाय अन्य कार्यों में किया।
यह संस्थाएं आई सामने
जांच में गायत्री ग्रामोद्योग सेवा संस्थान, सगीर ग्रामोद्योग सेवा संस्थान, सीमा ग्रामोद्योग सेवा संस्थान, स्वास्तिक ग्रामोद्योग सेवा संस्थान, शुक्ला गुड़ खंडसारी ग्रामोद्योग सेवा संस्थान और जेएमडी ग्रामोद्योग सेवा संस्थान शामिल हैं। इन संस्थानों के कुल 22 पदाधिकारियों समेत 28 पर धोखाधड़ी की धारा 420 और 409 का मुकदमा शहर कोतवाली में दर्ज कराया गया है। इसके अलावा तहसील और अन्य विभागीय कर्मियों ने भी अपनी जिम्मेदारी का सही से निर्वहन नहीं किया और फर्जी प्रपत्रों को सत्यापित कर कुछ लोगों को अनुचित लाभ पहुंचाया। यह मामला त्रिस्तरीय समिति की प्रारंभिक जांच में उजागर हुआ। इसके बाद मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने इसे भ्रष्टाचार निवारण संगठन को सौंप दिया। अब मामले की विवेचना शुरू हो चुकी है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
जानें किन-किन पर लिखा गया मुकदमा
एंटी करप्शन ने जांच के बाद शहर के इज्जतनगर थाना क्षेत्र के सुरेश शर्मा नगर निवासी रागिनी, बदायूं जिले की उझानी कोतवाली थाना क्षेत्र के अयोध्यगंज निवासी नीरज श्रीवास्तव, बरेली शहर के प्रेमनगर थाना क्षेत्र बिहारीपुर निवासी विशाल सेठ, चद्र प्रकाश शर्मा निवासी जोशी टोला भूड़ तहसील बहेड़ी, तकमील अहमद निवसी रिछा बहेड़ी, सगीर अहमद निवासी परगमा रिछा तहसील बहेड़ी, तबस्सुम टांडा आठ बिस्वां पोस्ट कोतवाली, इलियास खां निवासी गोविदंनगर प्रेमनगर, आफताब बेगम गांव एवं पोस्ट करवा जहानाबाद कोतवाली बरेली, मोहम्मद वासिल कांकर टोला थाना बारादरी, बरकत अली निवासी ग्राम सनईया रानी मेवा कुवर सीबीगंज, मनोज कुमार निवासी मोहल्ला चाहवाई प्रेमनगर, रूपेश कुमार निवासी सुभाषनगर, अन्शु जौहरी निवासी कोहाड़ापीर प्रेमनगर, मालती शुक्ला निवासी परा फरीदपुर, अतुल कुमार शुक्ला निवासी मौहल्ला परा कस्बा थाना फरीदपुर, आलोक शुक्ला निवासी कुवंर बहादुर शुक्ला निवासी मौहल्ल परा कस्बा थाना फरीदपुर, मौहम्मद रफीक निवासी कंजादासपुर थाना इज्जतनगर, ममता साहनी निवासी नई बस्ती नरकुलागंज प्रेमनगर, बलवीर सिंह निवासी संजय नगर थाना बारादरी, जहीर खां निवासी सनईया रानी सीबीगंज, नरेंद्र कुमार नायब तहसीलदार चौबारी, सगीर ग्रामोद्योग सेवा, संस्थान ग्राम टांडा 8 विकास, रिछा कोतवाली, लेखपाल नाजिम मियां रिछा बरेली, मोहम्मद अख्तर सनईया रानी ग्रामोद्योग सेवा संस्थान रजऊ परसपुर फरीदपुर, मोहम्मद शफीक गुड खाण्डसरी ग्रामोद्योग संस्थान फरीदपुर, महेंद्र कुमार नरकुलागंज प्रेमनगर, महेश चंद्र पंत रजिस्ट्रार कार्यालय, थाना कोतवाली के खिलाफ मुकदजा दर्ज कराया गया है। इसके बाद पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
Also Read
19 Jan 2025 05:08 PM
बरेली में एक किशोरी के अपहरण का मामला सामने आया है। वह घर से नाना के साथ शहर के तीन सौ बेड अस्पताल में दवा लेने आई थी, लेकिन घर नहीं लौटी। उसके परिजनों ने काफी तलाश किया। मगर, कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने किशोरी के मामा के बेट के खिलाफ मुकदमा दर्ज... और पढ़ें