गनेशपुर के मेवालाल ने सीएमओ को पत्र देकर कहा था कि पत्नी रीता को आशा कार्यकर्ता की सलाह पर फातिमा हॉस्पिटल एवं मैटरनिटी सेंटर ले गए थे। आरोप है कि वहां डॉक्टर ने ऑपरेशन कर मृत बच्चे को बाहर तो निकाला, साथ ही बच्चेदानी भी निकाल दिए।
बस्ती में गर्भवती महिला की बच्चेदानी निकालने का मामला : सर्जन था कोई और जबकि दूसरे डॉक्टर ने कर दिया ऑपरेशन
Aug 26, 2024 00:45
Aug 26, 2024 00:45
सीएमओ कार्यालय के अनुसार अस्पताल के संचालक की ओर से दिए गए जवाब में स्पष्ट उल्लेख नहीं किया गया है। जिस सर्जन डॉ. महबूब आलम का ऑपरेशन करने का उल्लेख है वह अस्पताल के नहीं हैं। ऐसे में सीएमओ ने पुन: संचालक शाहिद से यह जवाब मांगा है कि क्या डॉ. महबूब आलम महिला के ऑपरेशन के लिए योग्य हैं, यह स्पष्ट कर जवाब दें। पूछा गया है कि किन परिस्थतियों में ऐसा किया गया। पीड़ित के बयान के अनुसार क्या अनुपालन हुआ था कि नहीं। इन सभी बिंदुओं पर पुन: जवाब मांगा गया है।
क्या है पूरा मामला
गनेशपुर के मेवालाल ने सीएमओ को पत्र देकर कहा था कि पत्नी रीता को आशा कार्यकर्ता की सलाह पर फातिमा हॉस्पिटल एवं मैटरनिटी सेंटर ले गए थे। आरोप है कि वहां डॉक्टर ने ऑपरेशन कर मृत बच्चे को बाहर तो निकाला, साथ ही बच्चेदानी भी निकाल दिए। जब परिजनों को इसकी जानकारी हुई तो वह सीएमओ से शिकायत किए। इस पर सीएमओ ने 17 अगस्त को डिप्टी सीएमओ डॉ. रणजीत सिंह, जनरल सर्जन डॉ. सुनील तिवारी और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रीति त्रिपाठी की टीम गठित कर तीन दिन के भीतर रिपोर्ट मांगी थी।
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