चित्रकूट में संदिग्ध दशा पर महिला ने घर पर लगाई फांसी इलाज के दौरान हुई मौत परिजनों ने ससुराली जनों के खिलाफ दी तहरीर....
Chitrakoot News : ससुराल वालों से परेशान होकर महिला ने लगाई फांसी, इलाज के दौरान हुई मौत, मायके वालों ने लगाया ये आरोप
![ससुराल वालों से परेशान होकर महिला ने लगाई फांसी, इलाज के दौरान हुई मौत, मायके वालों ने लगाया ये आरोप](https://image.uttarpradeshtimes.com/news-44-73714.jpg)
Jun 30, 2024 22:14
Jun 30, 2024 22:14
शराब पीकर मारपीट करने का लगाया आरोप
परिजनों के अनुसार थोड़ी देर बाद उसे देखा तो नीचे उतारा और जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार कर प्रयागराज रेफर कर दिया। शनिवार को उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। मानिकपुर थाना क्षेत्र के पतेरिया निवासी महिला की मां रामकन्या ने बताया कि इस घटना के बाद ससुरालीजनों ने उन्हें जानकारी नहीं दी। पड़ोसियों से जानकारी मिली। आरोप लगाया कि अक्सर पति व उसके ससुर व देवर शराब पीकर उसे पीटते थे। इसे लेकर कई बार वह मायके भी आ जाती थी। इस घटना के दो दिन पहले ही ससुरालीजन सुलह समझौता कर ले गये। इसके बाद उसे मारपीट कर फांसी पर लटका दिया।
पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद होगी आगे की कार्रवाई
उन्होंने बताया कि शादी दस साल पहले की थी। उसके दो पुत्र हैं। प्रयागराज से शव लेकर परिजन बनकट स्थित घर पहुंचे। इसके बाद अंतिम संस्कार कराया गया। मृतका के भाई अंशू ने बताया कि कविता के पति, ससुर व देवर के खिलाफ हत्या किये जाने की तहरीर दी है, लेकिन अभी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है। आरोप लगाया कि ससुरालीजन मायका पक्ष को रिपोर्ट दर्ज न कराने का दबाव भी बना रहे हैं। इस संबध में कोतवाल उपेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच विवाद की सूचना पर पुलिस टीम बनकट स्थित महिला के घर गई थी। परिजनों से कहा गया कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
Also Read
![दरार के बाद सामने आया नया विवाद, निर्माण से पहले ही हो गया भुगतान, उठे सवाल दरार के बाद सामने आया नया विवाद, निर्माण से पहले ही हो गया भुगतान, उठे सवाल](https://image.uttarpradeshtimes.com/uu-2024-07-07t203051907-95538.jpg)
7 Jul 2024 08:37 PM
वन विभाग के तत्कालीन अधिकारियों ने पिछले साल मार्च में ही, जब निर्माण की शुरुआत हुई थी, कंपनी को पूरा भुगतान कर दिया था। यह खुलासा वन विभाग के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है। और पढ़ें