गोंडा में घाघरा नदी के बढ़े जलस्तर के कारण कर्नलगंज और तरबगंज तहसील क्षेत्र के 22 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। जिनकी कुल जनसंख्या 8988 है और...
गोंडा में ड्रोन से निगरानी : 22 गांव के 8988 लोग बाढ़ से प्रभावित, खतरे के निशान से 18 सेमी दूर घाघरा
Aug 19, 2024 20:09
Aug 19, 2024 20:09
नदी के तटीय और निचले इलाकों की ड्रोन से निगरानी
घाघरा नदी के घटते जलस्तर के कारण तटबंधों के किनारे कटान शुरू हो गई है। बाढ़ खंड के अधिकारी ड्रोन कैमरे के माध्यम से नदी के तटीय और निचले इलाकों की निगरानी कर रहे हैं। कटान की स्थिति में तत्काल राहत कार्य शुरू किया जा रहा है, ताकि नदी के बढ़ते जलस्तर से कोई गांव प्रभावित न हो। गोंडा बाढ़ खंड के एक्सईएन जय सिंह ने खुद कीचड़ में उतरकर नदी के किनारे पहुंचकर कटान की रोकथाम के लिए बोल्डर और अन्य सामग्री का उपयोग कर रहे हैं।
राहत सामग्री की जा रही वितरित
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब तक 19416 लंच पैकेट और 5670 राहत किट वितरित की जा चुकी हैं। साथ ही 5484 रोगियों का इलाज स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा किया गया है। नदी के जलस्तर में लगातार हो रहे उतार-चढ़ाव को देखते हुए कर्नलगंज, तरबगंज, मनकापुर और गोंडा सदर तहसील के साथ जनपद स्तरीय एक कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है।
53 नावों की हुई व्यवस्था
गांव के आसपास पानी भर जाने के कारण ग्रामीणों को आने-जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। जिला प्रशासन ने 53 नावों की व्यवस्था की है, ताकि बाढ़ पीड़ितों को आवागमन में किसी प्रकार की परेशानी न हो। एक्सईएन जय सिंह ने बताया कि वे लगातार ड्रोन कैमरे और स्थलीय निरीक्षण के माध्यम से तटबंधों की निगरानी कर रहे हैं। जहां भी घाघरा नदी कटान कर रही है, वहां बोल्डर और अन्य सामग्री का उपयोग कर कटान को रोकने का प्रयास किया जा रहा है। फिलहाल सभी तटबंध सुरक्षित हैं और कहीं भी रिसाव या कटान की स्थिति नहीं है।
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