केंद्रीय मंत्री ने आर्द्रभूमि बचाने की शपथ ली : जलवायु परिवर्तन चुनौतियों पर चर्चा की, जानिए मौसम में हो रहे बदलाव के प्रभाव के बारे में क्या बोले

जलवायु परिवर्तन चुनौतियों पर चर्चा की, जानिए मौसम में हो रहे बदलाव के प्रभाव के बारे में क्या बोले
UPT | शपथ लेते केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह व अन्य।

Sep 27, 2024 20:17

विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर पार्वती अरगा पक्षी विहार में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन विभाग ने विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह (राजा भैया) ने भाग लिया।

Sep 27, 2024 20:17

Gonda News : विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर गोंडा जिले के वजीरगंज स्थित पार्वती अरगा पक्षी विहार में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह (राजा भैया) ने भाग लिया और दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

आर्द्रभूमि संरक्षण पर जोर
केंद्रीय मंत्री ने इस मौके पर वेटलैंड्स और उनके संरक्षण के महत्व पर जोर देते हुए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को आर्द्रभूमि (वेटलैंड्स) को बचाने की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि मौसम में हो रहे बदलाव का प्रभाव पूरी दुनिया पर पड़ रहा है और इसका परिणाम सकारात्मक नहीं है। इसके चलते, हमें अपने पर्यावरण और वेटलैंड्स की सुरक्षा के लिए गंभीरता से प्रयास करने होंगे। उन्होंने वेटलैंड्स, अमृत धरोहर, और मिशन लाइफ़ पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया।

वेटलैंड मित्रों से चर्चा और मातृ वन का उद्घाटन
कार्यक्रम के दौरान, राज्य मंत्री ने विभिन्न राज्यों से आए वेटलैंड मित्रों के साथ चर्चा की और उनके अनुभवों को साझा किया। वेटलैंड मित्रों ने अपने क्षेत्रों में किए गए कार्यों और वेटलैंड्स के संरक्षण में आ रही चुनौतियों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। इसके अलावा, मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने "एक पेड़ मां के नाम" अभियान के अंतर्गत मातृ वन का उद्घाटन भी किया। इस अभियान का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और हरियाली को बढ़ावा देना है।

पार्वती अरगा पक्षी विहार बनेगा पर्यटन स्थल
केंद्रीय मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि पार्वती अरगा पक्षी विहार को जल्द ही एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। इससे न केवल पर्यावरण संरक्षण को बल मिलेगा, बल्कि आसपास के लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। यह स्थल रामसर प्रोजेक्ट का हिस्सा है और यहां देश-विदेश से साइबेरियन पक्षी आते हैं। यह क्षेत्र प्राकृतिक संपदा से समृद्ध है और इसे पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करना महत्वपूर्ण होगा।

इस आयोजन के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन से निपटने की दिशा में जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ, वेटलैंड्स के महत्व को रेखांकित किया गया, जो पारिस्थितिकी तंत्र के लिए अत्यधिक आवश्यक हैं। 

Also Read

बलरामपुर की पहचान अब गेंदा, केला, मसूर दाल और तिन्नी चावल... बनेंगे जिले के प्रमुख उत्पाद

22 Nov 2024 07:20 PM

बलरामपुर बदलता उत्तर प्रदेश : बलरामपुर की पहचान अब गेंदा, केला, मसूर दाल और तिन्नी चावल... बनेंगे जिले के प्रमुख उत्पाद

बलरामपुर जिले में गेंदा फूल, केला, मसूर दाल और तिन्नी का चावल अब देशभर में अपनी विशेष पहचान बनाने जा रहे हैं। एक जिला एक उत्पाद योजना के अंतर्गत इन कृषि उत्पादों का चयन किया गया है... और पढ़ें