गोंडा के परसपुर क्षेत्र में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने का गंभीर मामला सामने आया है, जिसने स्थानीय स्वास्थ्य विभाग को हिलाकर रख दिया है।
गोंडा में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र का खुलासा : CHC अधीक्षक के सिग्नेचर स्कैन कर बनाया दस्तावेज, जांच में जुटा प्रशासन
Sep 20, 2024 15:33
Sep 20, 2024 15:33
CHC अधीक्षक के सिग्नेचर स्कैन कर बनाया दस्तावेज
आधार केंद्र संचालक ने परसपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) के अधीक्षक डॉक्टर लवलेश शुक्ला से संपर्क किया और प्रमाण पत्र की पुष्टि चाही। जांच के दौरान पता चला कि प्रस्तुत किया गया जन्म प्रमाण पत्र पूरी तरह से फर्जी था। इस फर्जी प्रमाण पत्र पर डॉक्टर शुक्ला के हस्ताक्षर और मोहर स्कैन कर लगाए गए थे, जो असली नहीं थे।
CHC अधीक्षक के सिग्नेचर स्कैन
इस मामले की गंभीरता को समझते हुए, CHC अधीक्षक डॉक्टर लवलेश शुक्ला ने तत्काल इस फर्जीवाड़े की सूचना गोंडा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉक्टर रश्मि वर्मा को दी। अधीक्षक ने CMO को एक लिखित पत्र के माध्यम से बताया कि उनके सिग्नेचर और अन्य विवरण फर्जी दस्तावेज में इस्तेमाल किए गए हैं, जो कि कानूनन अपराध है।
आधार केंद्र पर खुलासा
सीएमओ डॉक्टर रश्मि वर्मा ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि इस मामले की गहन जांच की जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि जो भी इस फर्जीवाड़े में संलिप्त पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग इस मामले को प्राथमिकता से देख रहा है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।
गिरोह की भूमिका पर सवाल
इस फर्जी प्रमाण पत्र के सामने आने से यह सवाल भी उठने लगा है कि क्या परसपुर क्षेत्र में इस तरह के फर्जी दस्तावेज बनाने का कोई संगठित गिरोह सक्रिय है। स्थानीय प्रशासन इस पहलू की भी जांच कर रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस घटना के पीछे कौन लोग या संगठन जिम्मेदार हैं। फर्जी प्रमाण पत्र बनाने की यह घटना न केवल स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय है, बल्कि आम जनता की सुरक्षा और अधिकारों को भी खतरे में डालती है।
Also Read
12 Dec 2024 05:29 PM
गोंडा जिले के देवीपाटन रेंज के डीआईजी अमित पाठक चार्ज संभालने के बाद लगातार एक्शन मोड में दिखाई दे रहे हैं। गुरुवार को... और पढ़ें