श्रावस्ती जिले के इकौना में स्थित जामिया कादिरिया बरकातिया लिलबनात आवासीय मदरसा को हाल ही में एक छापेमारी के दौरान सीज कर दिया गया है। इस मदरसे की पहचान बिना मान्यता प्राप्त एक संस्थान के रूप में की गई, जो पिछले पांच वर्षों से संचालित हो रहा था।
बगैर मान्यता संचालित हो रहा था मदरसा : SDM ने छापेमारी कर किया सील, मौके पर मिलीं 60 लड़कियां
Aug 23, 2024 15:55
Aug 23, 2024 15:55
- बगैर मान्यता संचालित हो रहा था मदरसा
- SDM ने छापेमारी कर किया सील
- एक स्कूल पर भी हुई कार्रवाई
मान्यता के लिए प्रयास कर रहे थे मौलवी
मदरसे के मौलवी ने दावा किया कि उन्होंने लंबे समय से मान्यता के लिए प्रयास किए थे, लेकिन अब तक कोई सफलता प्राप्त नहीं हुई थी। स्थानीय अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की कि इस तरह की छापेमारी और सख्त कार्रवाई का उद्देश्य केवल सुरक्षा मानकों को लागू करना और बिना मान्यता प्राप्त संस्थानों की गतिविधियों को नियंत्रित करना है। छापेमारी के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि मदरसे का संचालन न केवल बिना मान्यता के था बल्कि इसमें सुरक्षा की दृष्टि से भी कई खामियां थीं।
एसडीएम और शिक्षा विभाग के लोग थे मौजूद
इकौना तहसील के एसडीएम ओम प्रकाश की अगुआई में बीडीओ, बीईओ और पुलिस की एक संयुक्त टीम ने इस छापेमारी को अंजाम दिया। इसके तहत एक अन्य प्राइवेट स्कूल पर भी छापा मारा गया, जो बिना मान्यता के संचालित हो रहा था और वहां 180 बच्चों का नामांकन था।
मौके पर मिलीं 60 छात्राएं
मदरसे के संचालक मोहम्मद हसन कादरी ने बताया कि उनके पास चार शिक्षक थे और यहां हिंदी, उर्दू, अरबी, अंग्रेजी समेत कई विषयों की शिक्षा दी जाती थी। मदरसे में 74 लड़कियों का रजिस्ट्रेशन था, जिनमें से 60 छात्राएं मौके पर मौजूद थीं। छापेमारी के दौरान, अधिकारियों ने छात्राओं के परिजनों को बुलाकर उन्हें सुरक्षित रूप से घर भेजा और मदरसे को सील कर दिया।
एक स्कूल पर भी हुई कार्रवाई
साथ ही, एसडीएम ओम प्रकाश की अगुआई में काम कर रही संयुक्त टीम ने कटरा से वीरपुर जाने वाली सड़क पर स्थित न्यू स्टार पब्लिक स्कूल पर भी छापेमारी की। इस छापेमारी में यह सामने आया कि स्कूल बिना मान्यता के गैर-कानूनी तरीके से संचालित हो रहा था। स्कूल में करीब 180 बच्चों का नामांकन था, जो एक बड़ी संख्या है। मान्यता के अभाव में स्कूल की विधिक स्थिति को देखते हुए, एसडीएम ने इसे तत्काल प्रभाव से सील कर दिया।
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