पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर नजरबंद : डॉक्‍टर-सिपाही विवाद में पहुंचे हैं गोरखपुर

डॉक्‍टर-सिपाही विवाद में पहुंचे हैं गोरखपुर
UPT | अमिताभ ठाकुर

Oct 15, 2024 15:20

पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर मंगलवार को कैंट थाने के बाहर अनिश्चितकालीन प्रदर्शन शुरू करने वाले थे लेकिन इसके पहले ही उन्‍हें नज़रबंद कर दिया गया। इस दौरान वहां थोड़ी देर तक हाई वोल्‍टेज ड्रामा भी चला। पूर्व आईपीएस ने दावा किया ...

Oct 15, 2024 15:20

Gorakhpur News : गोरखपुर के सिंचाई विभाग के डाक बंगले में जबरिया रिटायर किए गए पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर को नजरबंद किया गया। पूर्व आईपीएस गोरखपुर के एक डॉक्‍टर और सिपाही के बीच हुए विवाद में सिपाही पक्ष की ओर से मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर सोमवार की रात में गोरखपुर पहुंचे थे।

प्रदर्शन करने के पहले ही किए गए नजरबंद
मंगलवार को वह कैंट थाने के बाहर अनिश्चितकालीन प्रदर्शन शुरू करने वाले थे लेकिन इसके पहले ही उन्‍हें नज़रबंद कर दिया गया। इस दौरान वहां थोड़ी देर तक हाई वोल्‍टेज ड्रामा भी चला। पूर्व आईपीएस ने दावा किया कि उनकी पार्टी आजाद अधिकार सेना के कार्यकर्ताओं ने उनके लिए सिंचाई विभाग के डाक बंगले में एक कमरा आवंटित कराया था। उन्‍होंने आरोप लगाया कि उनके पार्टी के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने भगा दिया। उन्‍होंने आरोप लगाया कि ऐसा प्रशासन के दबाव में किया जा रहा है। 


अमिताभ ठाकुर ने जारी किया वीडियो
अमिताभ ठाकुर ने एक वीडियो जारी कर कहा कि मैं रेलवे स्टेशन के पास स्थित सिंचाई विभाग के डाक बंगले में ठहरा हुआ हूं। लेकिन, गोरखपुर पुलिस ने डाक बंगले को छावनी में तब्दील कर दिया है और मुझे बाहर जाने से रोक दिया है। फिलहाल मैं पुलिस-प्रशासन के अगले निर्देश का इंतजार कर रहा हूं।

डॉक्टर- सिपाही विवाद में पहुंचे हैं गोरखपुर
उनका कहना है कि डॉक्टर- सिपाही विवाद में पीड़ित सिपाही की ओर से FIR दर्ज के लिए थाना कैंट के सामने अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन होना तय था। पार्टी के जिला अध्यक्ष सत्येंद्र कुमार ने इस संबंध में सक्षम अधिकारी से बात कर यह कमरा आवंटित करवाया था।

आज सुबह अमिताभ ठाकुर के आने पर इस कमरे का ताला खोलकर उन्हें रहने दिया गया, लेकिन इसके कुछ देर बाद उच्चस्तरीय दबाव में उन्हें कहा गया है कि वे तत्काल इस कमरे को खाली कर दें, क्योंकि यह कमरा उन्हें आवंटित नहीं हुआ है। अमिताभ ठाकुर ने इस पूरी स्थिति को अत्यंत ही दुखद और अधिकारों का खुला दुरुपयोग बताया है।

Also Read