धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ : विदेश भेजने के नाम पर 300 बेरोजगारों से ठगे लाखों रुपये, आठ आरोपी गिरफ्तार

विदेश भेजने के नाम पर 300 बेरोजगारों से ठगे लाखों रुपये, आठ आरोपी गिरफ्तार
UPT | पुलिस की गिरफ्त में ठगी करने के आरोपी।

Sep 03, 2024 16:31

कुशीनगर जिले में पुलिस और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने एक बड़े ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। यह गिरोह बेरोजगारों को विदेश भेजने के नाम पर लाखों की ठगी कर रहा था। इस अभियान में गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है।

Sep 03, 2024 16:31

Kushinagar News : उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में पुलिस और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने एक बड़े ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। यह गिरोह बेरोजगारों को विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी कर रहा था। इस अभियान में गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इनके पास से तीन लाख रुपए नकद, 225 पासपोर्ट, 100 से अधिक वीजा, फर्जी मुहरें, सिम कार्ड, ऑफर लेटर, कूटरचित दस्तावेज और एक लग्जरी वाहन भी बरामद किया है। इस सफल अभियान के लिए एसपी संतोष कुमार मिश्रा ने टीम को 20,000 रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की है।

छावनी क्षेत्र में "जय अंबे इंटरप्राइजेज" नामक फर्जी संस्था की स्थापना की थी 
एसपी संतोष कुमार मिश्रा ने पत्रकारों को बताया कि ठगों ने छावनी क्षेत्र में "जय अंबे इंटरप्राइजेज" नामक एक फर्जी संस्था की स्थापना की थी। इस संस्था के जरिए उन्होंने बेरोजगार युवाओं को इंटरनेट पर नौकरी के आकर्षक विज्ञापन देकर फंसाया। इन ठगों ने खुद को विदेशों में नौकरी दिलाने वाली अधिकृत संस्था के रूप में पेश किया और उम्मीदवारों का साक्षात्कार भी खुद ही लिया। इसके बाद, उन्होंने फर्जी ऑफर लेटर और विदेशों के दूतावास की नकली मुहरों से तैयार किए गए कागजात बेरोजगारों को सौंप दिए। इस प्रक्रिया में, उन्होंने विदेश जाने की तारीख और जहाज की जानकारी भी दी, जिससे उम्मीदवारों को कोई शक न हो। साथ ही, उन्होंने बेरोजगारों के पासपोर्ट भी जमा कर लिए। 

इन फर्जी दस्तावेजों और वादों के आधार पर ठगों ने बेरोजगार युवाओं से लाखों रुपये ठग लिए। जब विदेश जाने की तारीख करीब आई और बेरोजगारों को एहसास हुआ कि वे ठगे गए हैं, तो उन्होंने रवींद्रनगर धूस पुलिस से संपर्क किया। पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज किया और छानबीन शुरू की।

 लगभग 300 बेरोजगार युवाओं से ठगी 
एसपी ने बताया कि यह गिरोह सिवान, गोपालगंज, कुशीनगर, देवरिया, बेतिया, गोरखपुर, महराजगंज, और बलिया जैसे कई जिलों में सक्रिय था और लगभग 300 बेरोजगार युवाओं से ठगी कर चुका था। सभी ठग फरार हो चुके थे और उनके मोबाइल नंबर भी बंद हो गए थे। जब पुलिस ने सिम कार्ड की जांच की, तो पता चला कि ये फर्जी नाम और पते पर लिए गए थे। इसके बाद, पुलिस ने 300 से अधिक संदिग्ध मोबाइल नंबरों के डाटा का विश्लेषण किया, जिससे उन्हें ठगों के बारे में महत्वपूर्ण सुराग मिले।

जांच के आधार पर पुलिस ने इन लोगों को गिरफ्तार किया 
इस जांच के आधार पर पुलिस ने मनोज कुमार यादव उर्फ राहुल राय, संजय कुमार यादव, पीतांबर उर्फ अभिजीत राव, राजेश कुमार उर्फ संतोष गुप्ता, विकास कुमार यादव उर्फ अमित कुमार, मिथिलेश कुमार यादव, नीतीश कुमार और विनय कुमार यादव को गिरफ्तार किया। ये सभी बिहार के सिवान जिले के विभिन्न स्थानों के निवासी हैं।

इस अभियान में थानाध्यक्ष रवींद्रनगर विनय कुमार मिश्र, निरीक्षक मनोज कुमार पंत, एसएसआई जीत बहादुर यादव, दारोगा विजय यादव, श्रीप्रकाश राय, अनुराग यादव, गनेश प्रजापति, सौरभ द्विवेदी, और अभिलाष कुमार झा सहित कई अधिकारी शामिल थे। पुलिस ने गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए भी छानबीन जारी रखी है, और उम्मीद है कि जल्द ही और गिरफ्तारियां होंगी। 

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