योगी सरकार की यह तैयारी सत्र 2025-26 में अलाभित और दुर्बल परवारों के होनहारों को अच्छी और नि:शुल्क शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा द्वारा जारी दिशा निर्देश के मुताबिक यह प्रक्रिया चार चरणों में पूरी कराई जाएगी।
Lucknow News : गरीब परिवारों के बच्चों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुलभ कराने में जुटी योगी सरकार
Sep 19, 2024 23:22
Sep 19, 2024 23:22
- 2025-26 सत्र में आरटीई के तहत पात्र छात्रों को प्रवेश दिलाने के लिए अभी से शुरू की गई तैयारी
- चयन प्रक्रिया को लेकर जारी की गई समय सारणी, चार चरणों में आवेदन करने का मिलेगा मौका
- प्रत्येक चरण में पहली से 19 तारीख तक छात्र कर सकेंगे ऑनलाइन आवेदन
- प्रथम चरण में 01 से 19 दिसंबर और चौथे चरण में 19 मार्च 2025 तक है आवेदन करने की अंतिम तिथि
चार चरणों में पूरा होगा चयन और प्रवेश दिलाने की कार्यवाही
योगी सरकार की यह तैयारी सत्र 2025-26 में अलाभित और दुर्बल परवारों के होनहारों को अच्छी और नि:शुल्क शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा द्वारा जारी दिशा निर्देश के मुताबिक यह प्रक्रिया चार चरणों में पूरी कराई जाएगी। प्रवेश दिलाने के लिए पात्र छात्रों के चयन के लिए आन लाइन आवेदन प्रक्रिया अपनाई जा रही है। जिन दुर्बल परिवारों के बच्चों को गैर सहायतित मान्यता प्राप्त विद्यालयों में प्रवेश लेना है, उन्हें ऑनलाइन आवेदन करना होगा। चार चरणों में पूरा होने वाली इस प्रक्रिया में आवेदन की निर्धारित तिथि के बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा सत्यापन किया जाएगा और उसके बाद लॉक हुए आवेदन पत्रों की लॉटरी होगी। लॉटरी में निकले नामों को सूचीबद्ध कर विद्यालयों के आवंटन की सूची जारी कर दी जाएगी।
इन तिथियों में आवेदन का मौका
प्रत्येक चरण में पहली से 19 तारीख तक ऑनलाइन आवेदन किया जा सकेगा। प्रथम चरण में ऑनलाइन आवेदन के लिए 01 से 19 दिसंबर तक का समय निर्धारित है, जबकि दूसरा चरण 01 से 19 जनवरी 2025 और तीसरा और चौथा चरण क्रमशः 01 से 19 फरवरी तथा 01 से 19 मार्च 2025 निर्धारित है। बता दें कि आवेदनों के प्राप्त होने बाद प्रत्येक चरण की 20 से 23 तारीख के बीच सम्बन्धित बीएसए द्वारा उनका सत्यापन कर उन्हें लॉक करने की कार्यवाही की जाएगी। 24 तारीख को लाटरी और 27 तारीख को चयनित छात्रों के प्रवेश के लिए गैर सहायतित मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों के आवंटन की सूची जारी कर दी जाएगी। इस संबंध में बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह ने कहा कि पिछले सत्र में जुलाई माह तक इनके प्रवेश की प्रक्रिया चलती रही। इससे इनकी पढ़ाई प्रभावित हुई थी, लेकिन अब हमने अलाभित समूह व दुर्बल परिवारों के बच्चों के गैर सहायतित विद्यालयों में प्रवेश की प्रक्रिया हर हाल में मार्च तक पूरा करने व चयनित बच्चों को प्रवेश दिलाने का निर्णय लिया है ताकि, पहली अप्रैल से इनकी विधिवत पढ़ाई शुरू हो सके।
Also Read
29 Nov 2024 08:36 PM
उत्तर प्रदेश में अनुमानित 1.97 लाख एचआईवी संक्रमित लोग हैं, जिनमें से लगभग 1.20 लाख लोग विभिन्न एआरटी (एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी) केंद्रों के माध्यम से इलाज हासिल कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि 399 इंटीग्रेटेड काउंसलिंग एंड टेस्टिंग सेंटर (ICTC) और 52 एआरटी केंद्र पूरे राज्य में क... और पढ़ें