रामपुर-काठगोदाम रेलवे रूट पर एक बड़ी दुर्घटना को टालते हुए लोको पायलट की सूझबूझ ने एक संभावित हादसे से यात्रियों की जान बचा ली। बुधवार रात रुद्रपुर के पास रेलवे ट्रैक पर सात मीटर लंबा बिजली का खंभा रखकर काठगोदाम-देहरादून एक्सप्रेस को डिरेल करने की कोशिश की गई।
रामपुर-काठगोदाम रेल मार्ग : दून एक्सप्रेस को डिरेल करने की कोशिश नाकाम, बिजली का खंभा पटरी पर रखा मिला
Sep 19, 2024 23:38
Sep 19, 2024 23:38
इस घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे और पुलिस विभाग में खलबली मच गई। ट्रेन को सुरक्षित रूप से रवाना कर दिया गया, लेकिन आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी। घटना के बाद पुलिस अधीक्षक और जीआरपी एसपी ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया और स्थिति का जायजा लिया।
इससे पहले भी हुई थीं डिरेलिंग की घटनाएं
यह पहली बार नहीं है जब रेलवे ट्रैक पर इस तरह की साजिश रची गई हो। हाल ही में गाजीपुर में लकड़ी का बोटा ट्रैक पर रखकर ट्रेन को पलटने की कोशिश की गई थी। कानपुर में भी सिलेंडर और पेट्रोल भरी बोतलें रखी गई थीं। ऐसी घटनाओं की बढ़ती संख्या के कारण रेलवे और पुलिस विभाग अब पूरी तरह अलर्ट मोड में हैं।
रुद्रपुर की घटना में, यह बताया जा रहा है कि किसी ने खंभा संख्या 45/10 और 11 के बीच बिजली का भारी भरकम खंभा रेलवे ट्रैक पर रख दिया था। इस दौरान, गाड़ी संख्या 12091 काठगोदाम-देहरादून एक्सप्रेस ट्रेन उसी ट्रैक से गुजर रही थी। पायलट की चौकसी के चलते ट्रेन को समय रहते रोक लिया गया, और तुरंत खंभे को ट्रैक से हटा दिया गया।
मौके पर पहुंची पुलिस और अधिकारियों ने की जांच
ट्रेन को रुद्रपुर रेलवे स्टेशन पर 9:45 बजे पहुंचना था, लेकिन वह 10 मिनट की देरी से चल रही थी। घटना के बाद ट्रेन 10:15 बजे रुद्रपुर उत्तराखंड स्टेशन पहुंची, जहां लोको पायलट ने स्टेशन अधीक्षक और जीआरपी को घटना की जानकारी दी। तुरंत ही स्थानीय पुलिस और जीआरपी पुलिस मौके पर पहुंच गई। साथ ही, सीओ रवि खोखर और प्रभारी निरीक्षक बलवान सिंह भी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे।
पुलिस अधीक्षक विद्या किशोर मिश्र ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया और पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए कि वे शरारती तत्वों पर नजर रखें और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। जीआरपी पुलिस अधीक्षक ने भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का मुआयना किया और जांच के निर्देश दिए।
जांच में जुटी खुफिया एजेंसियां
एसपी रेलवे मुरादाबाद, आशुतोष शुक्ल ने जानकारी दी कि रेलवे पथ अधिकारी की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही दोषियों का पता लगाकर सख्त कार्रवाई की जाएगी। घटना की गंभीरता को देखते हुए सीओ के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया है।
पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी राजेंद्र सिंह ने बताया कि आरपीएफ, जीआरपी, सिविल पुलिस और रेलवे की सभी खुफिया एजेंसियां मामले की गहन जांच कर रही हैं। घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की भी जांच की जा रही है, ताकि जल्द से जल्द घटना के पीछे छिपे शरारती तत्वों को पकड़ा जा सके।