त्रिशूली व नारायणी नदी में बस व लापता यात्रियों की तलाश चल रही है। भारतीय क्षेत्र में बहने वाली गंडक नदी में तलाश के लिए नेपाल प्रशासन ने यूपी व बिहार के प्रशासन से सहयोग मांगा है। चितवन के सीडीओ इंद्रदेव यादव ने बताया कि अब तक 17 शव बरामद हुए हैं।
Maharajganj News : त्रिशूली नदी में लापता यात्रियों की तलाश जारी, नेपाल ने यूपी से मांगा सहयोग
Jul 19, 2024 13:55
Jul 19, 2024 13:55
- भारत-नेपाल संयुक्त खोज अभियान में मिले 17 शव, अभी भी कई लापता
- नेपाल सेना व प्रहरी के 400 से भी अधिक जवान खोजबीन में लगे
पहचाने गए शवों में तीन भारतीय नागरिक
नेपाल के चितवन जिले के मुख्य विकास अधिकारी इंद्रदेव यादव ने बताया कि अब तक 17 शव बरामद किए गए हैं, जिनमें से 9 की पहचान हो चुकी है। इन पहचाने गए शवों में तीन भारतीय नागरिक भी शामिल हैं - जयप्रकाश ठाकुर, सज्जाद अंसारी और ऋषि पाल शाह, जो बिहार के बेतिया क्षेत्र के निवासी थे।
त्रिशूली नदी से शुरू हुआ यह खोज अभियान अब नारायणी (गंडक) नदी तक फैल गया है, जो भारत में प्रवेश करती है। नेपाल प्रशासन ने उत्तर प्रदेश और बिहार के प्रशासन से सहयोग मांगा है, क्योंकि गंडक नदी इन राज्यों से होकर बहती है।
वाल्मीकि नगर बैराज में गहन खोज जारी
बचाव अभियान में नेपाल सेना और पुलिस के 400 से अधिक जवान शामिल हैं, जो विभिन्न दलों में बंटकर आधुनिक उपकरणों और नावों की मदद से त्रिशूली और नारायणी नदियों में तलाशी अभियान चला रहे हैं। इसके अलावा, भारतीय क्षेत्र में स्थित वाल्मीकि नगर बैराज और उससे निकलने वाली नहरों में भी गहन खोज जारी है।
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दुर्घटनाग्रस्त बसों में से एक गणपति डीलक्स नाम की थी, जिसके चालक किशोर चौधरी और सहचालक ऋषि कुमार सिंह के शव बरामद किए गए हैं। भारत-नेपाल सीमा पर स्थित वाल्मीकि नगर बैराज इस खोज अभियान का एक महत्वपूर्ण केंद्र बन गया है। यहां न केवल शवों की तलाश की जा रही है, बल्कि संभावित बचे हुए लोगों के लिए भी निगरानी रखी जा रही है।
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