जब अजय राय वहां पहुंचे, तो भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया और ‘अजय राय वापस जाओ... हत्यारा पार्टी वापस जाओ’ जैसे नारे लगाए...
गोरखपुर में अजय राय : जनेऊ दिखाकर बोले- मैं 24 कैरेट ब्राह्मण, जमीन पर लेटकर प्रभात को अंतिम प्रणाम
Dec 19, 2024 12:51
Dec 19, 2024 12:51
भाजपा कार्यकर्ताओं ने लगाए नारे
दरअसल, जब अजय राय वहां पहुंचे, तो भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया और ‘अजय राय वापस जाओ... हत्यारा पार्टी वापस जाओ’ जैसे नारे लगाए। इस पर कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए और एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। जैसे ही अजय राय प्रभात की चिता के पास पहुंचे, वहां मौजूद लोगों ने उन्हें रुकने को कहा और कहा कि यहां से चले जाएं, यह नौटंकी नहीं होनी चाहिए, क्योंकि एक ब्राह्मण की जान चली गई है।
शहीद कार्यकर्ता प्रभात पाण्डेय जी को अंतिम प्रणाम🙏
— Ajay Rai🇮🇳 (@kashikirai) December 19, 2024
आज गोरखपुर पहुंचकर कल के आंदोलन में पुलिसिया बर्बरता का शिकार हुए दिवंगत कार्यकर्ता प्रभात पाण्डेय जी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
रास्ते में क़ई जगह पुलिस ने हमें रोकने की कोशिश की लेकिन रोक नहीं पाई।
पुलिस के अत्याचार ने हमसे… pic.twitter.com/1NQO1ZBasD
24 कैरेट वाले ब्राह्मण हैं- अजय राय
अजय राय ने अपने जनेऊ को दिखाते हुए कहा कि वे भी ब्राह्मण हैं, 24 कैरेट वाले ब्राह्मण हैं, झूठे नहीं हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग नहीं होते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी को आधी रात को जरूरत पड़े तो वह हमेशा हाजिर मिलेंगे। इसके बाद, अजय राय के साथ आए नेताओं ने आग्रह किया कि कम से कम अंतिम प्रणाम तो कर लें, क्योंकि प्रभात मरते दम तक कांग्रेसी थे। अंत में, लोगों ने उन्हें चिता के पास जाने की अनुमति दी और अजय राय ने वहां माला चढ़ाकर और जमीन पर लेटकर अंतिम प्रणाम किया।
कौन थे प्रभात पांडेय
प्रभात पांडेय गोरखपुर जिले के देईपार गांव के रहने वाले थे। वे पिछले डेढ़ साल से लखनऊ में रह रहे थे, जहां उन्होंने युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव के रूप में अपनी सेवाएं दी थीं। वह कांग्रेस पार्टी के एक समर्पित कार्यकर्ता थे और अपने गांव से लखनऊ तक अपनी राजनीतिक सक्रियता के कारण पहचाने जाते थे। प्रभात घर के इकलौते बेटे थे और उनका परिवार अब इस दुःखद घटना से गहरे शोक में डूबा हुआ है।
चाचा ने दर्ज कराई रिपोर्ट
कांग्रेस पार्टी द्वारा 17 दिसंबर को आयोजित विधानसभा घेराव के दौरान जबरदस्त प्रदर्शन हुआ। इस प्रदर्शन का उद्देश्य उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ आवाज उठाना था। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बैरिकेडिंग की थी, लेकिन बावजूद इसके कांग्रेस कार्यकर्ता पुलिस की बैरिकेडिंग को लांघते हुए आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे थे। इसी दौरान प्रभात पांडेय गंभीर रूप से घायल हो गए। उनकी मौत सिर में चोट लगने के कारण हुई। उनके चाचा, मनीष पांडेय ने अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है और कांग्रेस पार्टी ने पुलिस पर बल प्रयोग का आरोप लगाया है।
प्रभात के चाचा ने एफआईआर में क्या बताया
मृतक प्रभात कुमार पांडे के चाचा ने एफआईआर में बताया कि प्रभात कुमार पांडे गोमतीनगर स्थित एमिटी कॉलेज के पास एक पीजी में रहता था। शाम करीब 4:15 बजे कांग्रेस कार्यालय से फोन आया, जिसमें कहा गया कि उनका भतीजा दो घंटे से बेहोश स्थिति में कार्यालय में पड़ा हुआ है। इसके बाद, मृतक के चाचा ने अपने परिचित संदीप को कांग्रेस कार्यालय भेजा, लेकिन जब तक वह पहुंचे, प्रभात के हाथ-पैर ठंडे पड़ चुके थे। फिर कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर दबाव डालने के बाद कुछ लोग प्रभात को गाड़ी में डालकर सिविल अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
ये भी पढ़ें- प्रभात पांडेय का पार्थिव शरीर गोरखपुर पहुंचा : स्थानीय लोगों की भारी भीड़ उमड़ी, लखनऊ में हुआ था प्रदर्शन के दौरान हादसा
Also Read
19 Dec 2024 01:13 PM
महाकुंभ यात्रा को सुगम बनाने के लिए रेलवे प्रशासन ने एक नई पहल शुरू की है। 10 जनवरी से 28 फरवरी तक, 26 प्रमुख एक्सप्रेस ट्रेनें गोरखपुर सहित विभिन्न रूटों पर नैनी, भरतकूप और शिवरामपुर स्टेशनों पर अस्थायी ठहराव करेंगी, जिससे श्रद्धालुओं को यात्रा में अधिक सुविधा मिलेगी। और पढ़ें