महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज, झांसी में डीएम नेफ्रोलॉजी और एमसीएस प्लास्टिक सर्जरी कोर्स शुरू होने की संभावना है। इसके अलावा मेडिसन और एनेस्थीसिया विभाग में एमडी सीटें बढ़ने से बुंदेलखंड क्षेत्र को बड़ा लाभ मिलेगा।
Jhansi News : झांसी मेडिकल कॉलेज में डीएम नेफ्रोलॉजी और एमसीएस प्लास्टिक सर्जरी कोर्स शुरू होने की उम्मीद, एमडी सीटें भी बढ़ेंगी
Nov 29, 2024 09:06
Nov 29, 2024 09:06
Jhansi News : झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। जल्द ही डीएम नेफ्रोलॉजी और एमसीएस प्लास्टिक सर्जरी जैसे परास्नातक कोर्स शुरू किए जा सकते हैं। इसके लिए मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने नेशनल मेडिकल काउंसिल (NMC) में आवेदन किया है।
इन कोर्सों में परास्नातक की दो-दो सीटों पर प्रवेश की मंजूरी मिलने की उम्मीद है। इसके साथ ही, मेडिसन और एनेस्थीसिया विभाग में एमडी की सीटें बढ़ाने की प्रक्रिया भी चल रही है। इन नए कदमों से न केवल झांसी, बल्कि पूरे बुंदेलखंड क्षेत्र के मरीजों और छात्रों को फायदा होगा।
सीटें बढ़ाने के लिए एनएमसी में आवेदन
मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने फैकल्टी और संसाधनों के आधार पर मेडिसन और एनेस्थीसिया विभाग में सीटें बढ़ाने का प्रस्ताव एनएमसी को भेजा था।
- मेडिसन विभाग में मौजूदा 11 सीटों को बढ़ाकर 15 करने की मांग की गई थी।
- एनेस्थीसिया विभाग में 3 सीटों को बढ़ाकर 9 करने का अनुरोध किया गया था।
प्रिंसिपल ने जताई उम्मीद
कॉलेज प्रिंसिपल के अनुसार, दोनों विभागों में चिकित्सा शिक्षकों और संसाधनों के मानक पूरे हैं। हाल ही में मंत्रालय में कॉलेज का पक्ष रखा गया है, जिससे सीटें बढ़ने की उम्मीद जागी है। इसके अलावा, डीएम नेफ्रोलॉजी और एमसीएस प्लास्टिक सर्जरी कोर्स की शुरुआत पर भी जोर दिया जा रहा है।
सीटें बढ़ाने का मानक
एनएमसी के नियमों के अनुसार, परास्नातक सीटें विभागों में मौजूद फैकल्टी के आधार पर आवंटित की जाती हैं:
- एक प्रोफेसर पर तीन सीटें।
- एक एसोसिएट प्रोफेसर पर दो सीटें।
इसके अलावा, संसाधनों और इंफ्रास्ट्रक्चर का भी ध्यान रखा जाता है।
झांसी और बुंदेलखंड को होगा लाभ
इन नए कोर्सों और सीट बढ़ोतरी से झांसी और आसपास के मरीजों को उच्च स्तरीय चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध होंगी। साथ ही, मेडिकल छात्रों को बेहतर शिक्षा और करियर के अवसर मिलेंगे।
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