झांसी में हाल ही में हुई मूसलाधार बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है। जिले में दलहनी और तिलहनी फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। कृषि विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, मूंग, उड़द और तिल की फसल को लगभग 80% तक नुकसान हुआ है। जबकि, मूंगफली की फसल भी 40% तक प्रभावित हुई है।
झांसी के किसानों की कमर तोड़ रही मूसलाधार बारिश : दलहन और तिलहन की फसलें बर्बाद, आर्थिक संकट बढ़ा
Sep 20, 2024 11:12
Sep 20, 2024 11:12
किसानों की आर्थिक स्थिति पर गहरा असर पड़ा है
पिछले सप्ताह हुई लगातार बारिश के कारण खेतों में पानी भर गया था, जिससे खड़ी फसलें बर्बाद हो गईं। इस आपदा से किसानों की आर्थिक स्थिति पर गहरा असर पड़ा है।
सरकारी विभागों का सर्वे जारी
जिला प्रशासन ने नुकसान का आकलन करने के लिए कृषि और राजस्व विभाग को जांच के आदेश दिए थे। कृषि विभाग ने अपनी रिपोर्ट में फसलों को हुए नुकसान की पुष्टि की है। वहीं, राजस्व विभाग अभी भी खेतों का प्लॉट-टू-प्लॉट सर्वे कर रहा है। सर्वे पूरा होने के बाद प्रभावित किसानों को मुआवजा दिया जाएगा।
किसानों की आर्थिक स्थिति खराब
बारिश से हुए नुकसान के कारण किसानों की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई है। किसानों ने सरकार से शीघ्र मुआवजे की मांग की है।
विशेषज्ञों का कहना
कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की प्राकृतिक आपदाओं से बचने के लिए किसानों को फसल विविधता और सिंचाई के आधुनिक तरीकों को अपनाना चाहिए। साथ ही, सरकार को भी किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के साथ-साथ खेती के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करानी चाहिए।
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