झांसी मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार रात हुए दर्दनाक अग्निकांड ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। एसएनसीयू वार्ड में लगी आग से दो दिन बाद तक 7 बच्चों की पहचान हुई है, जबकि 6 अब भी लापता हैं। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने त्रिस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं, और प्रशासन हर संभव प्रयास में जुटा है।
झांसी मेडिकल अग्निकांड : 2 दिन बाद भी तस्वीर धुंधली, 7 बच्चों की पहचान, 6 का पता नहीं
Nov 17, 2024 07:13
Nov 17, 2024 07:13
डिप्टी सीएम ने दिए त्रिस्तरीय जांच के निर्देश
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने शनिवार को मेडिकल कॉलेज का दौरा किया और त्रिस्तरीय जांच के आदेश दिए। उन्होंने बताया कि तीन टीमें इस मामले की जांच करेंगी:
- स्वास्थ्य विभाग की टीम
- पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम
- मजिस्ट्रेट जांच टीम
मंडलायुक्त ने शुरू की जांच, दर्ज हुए बयान
मंडलायुक्त बिमल कुमार दुबे ने अपनी जांच शुरू कर दी है। नौ डॉक्टरों, नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ के बयान दर्ज किए गए हैं। उनकी रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मृतकों में दो जुड़वा बेटियां, छह लापता
अग्निकांड में छह बच्चों की मौत हुई है। इनमें ललितपुर की पूजा, संजना और भगवती के बेटे, हमीरपुर की नजमा की जुड़वा बेटियां और झांसी की पूनम और संध्या के बच्चे शामिल हैं। इसके अलावा झांसी, ललितपुर, हमीरपुर और जालौन के छह नवजात अब भी लापता हैं।
हेल्पलाइन और मुआवजा जारी
जिला प्रशासन ने लापता बच्चों की जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर 6389831357 जारी किया है। मृतकों के परिजनों को सात लाख रुपये का मुआवजा और घायलों को 50,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
डीएनए जांच से होगी शिनाख्त
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि जिन बच्चों की पहचान नहीं हो पाई है, उनकी डीएनए जांच कराई जाएगी। इसके बाद उन्हें उनके परिजनों को सौंपा जाएगा।
पीएम मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
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